Nand Kumar Sai News: छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव के पहले रविवार को भारतीय जनता पार्टी को तगड़ झटका. राज्य में पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद नंद कुमार साय ने इस्तीफा दे दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी छवि खराब की जा रही है. इस बीच खबर है कि वह कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को रायपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंच सकते हैं. इसके अलावा कई और नेता पार्टी मुख्यालय पहुंचेंगे.


बताया गया कि कांग्रेस के सभी बड़े नेता, मंत्री और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार सुबह  10:30 बजे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में इकट्ठा हो रहे हैं. कल बीजेपी के बड़े आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने बीजेपी से इस्तीफ़ा दिया था. इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने बड़ी बैठक बुलाई है.


इससे पहले बीजेपी नेता के इस्तीफे पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस की संचार शाखा के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा था कि साय जैसे ‘ज्ञानी, विनम्र और सहिष्णु नेता' का पार्टी छोड़ना इस बात का संकेत है कि बीजेपी आदिवासी नेताओं को अपमानित और उपेक्षित कर रही है.'


शुक्ला ने कहा, ‘यदि उन्होंने पार्टी छोड़ी है तो इसका मतलब है कि बीजेपी इस बहुत बड़े वर्ग (आदिवासी) की उपेक्षा कर रही है, जिसे साय बर्दाश्त नहीं कर सके.’


कौन हैं नंद कुमार साय?
बीजेपी के एक प्रमुख आदिवासी चेहरा एवं उत्तरी छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखने वाले साय पहली बार 1977 में मध्य प्रदेश में तपकरा सीट (अब जशपुर जिले में) से जनता पार्टी के विधायक चुने गए थे. वह 1980 में बीजेपी की रायगढ़ जिला इकाई के प्रमुख चुने गए. वह 1985 में तपकरा से बीजेपी विधायक चुने गए.


वह 1989, 1996 और 2004 में रायगढ़ से लोकसभा सदस्य और 2009 और 2010 में राज्यसभा सदस्य चुने गए. साय 2003-05 तक छत्तीसगढ़ बीजेपी अध्यक्ष और 1997 से 2000 तक मध्य प्रदेश बीजेपी प्रमुख रहे.


नवंबर 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद वे छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के पहले नेता बने. साय 2017 में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के अध्यक्ष बने.