Chhattisgarh Politics On LPG Cylinder Price: केंद्र की पीएम मोदी (Narendra Modi) की सरकार ने पांच राज्यों में विधानसभा और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) के पहले बड़ी घोषणा कर दी है. सरकार ने एलपीजी गैस सिलेंडर (LPG Cylinder) की कीमत सीधे 200 रुपये घटाने का एलान किया है. इससे देशभर में बहस छिड़ गई है. इसके साथ छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) में जुबानी जंग शुरु हो गई. बीजेपी का दावा है छत्तीसगढ़ में इससे 59 लाख लोगों को फायदा मिलेगा.
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इसे सीधे आने वाले चुनाव से जोड़ दिया है और हार के डर से बीजेपी की चुनावी नौटंकी बताया है. दरअसल, केंद्र सरकार की तरफ से गैस सिलेंडर की कीमत घटाने की घोषणा के बाद नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई है. छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव (Arun Sao) ने इसे देश की बहनों को राखी का गिफ्ट बताया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले से राज्य में 59 लाख परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा और लगभग 34 लाख उज्ज्वला योजना हितग्राहियों को दोहरा लाभ मिलेगा. इसके साथ बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने खुशी जताते हुए पीएम मोदी को रक्षा सूत्र भेजने का एलान किया है.
कांग्रेस ने केंद्र के फैसले को बताया नौटंकी
इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा "देश के सभी एलपीजी उपभोक्ताओं (कुल 33 करोड़) के लिए एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में 200 रुपये की कमी की गई. यानी अब एक सिलेंडर 1100 की जगह 900 रुपये का मिलेगा. मोदी सरकार ने अतिरिक्त 75 लाख उज्ज्वला कनेक्शन को भी मंजूरी दे दी है, जिससे पीएमयूवाई के तहत कुल लाभार्थियों की संख्या 10.35 करोड़ हो जाएगी. पीएम उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों को मार्च 2023 में प्रदान की गई 200 रुपये की सब्सिडी के अलावा यह 200 रुपये की राहत मिलेगी. इस प्रकार, लगभग 10 करोड़ उज्ज्वला लाभार्थियों को 700 रुपये में सिलेंडर मिलेगा." वहीं चुनावी साल में केंद्र की बीजेपी सरकार के इस फैसले को कांग्रेस नौटंकी बता रही है. इसके अलावा ये दावा भी कर रही है कि आगामी चुनाव में बीजेपी की हार होने वाली है.
प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने बीजेपी को घेरा
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि मनमोहन सिंह सरकार के समय रसोई गैस का सिलेंडर 400 रुपये में गरीब जनता के घर तक पहुंचता था, उसमें सब्सिडी मिलती थी. उस सब्सिडी को खत्म कर पीएम मोद की सरकार ने 1200 रुपये के दाम में सिलेंडर बेचना शुरू किया. पीएम मोदी की सरकार ने नौ साल तक रसोई गैस के दाम में लूट करने के बाद अब आगामी चुनाव में बीजेपी की करारी हार को देखते हुए अब छूट देने का नाटक और नौटंकी कर रही है. मोदी सरकार के द्वारा दी गई छूट से भी जनता को महंगाई से राहत नहीं मिलनी है. जनता को तो मनमोहन सिंह सरकार के समय मिलने वाले दम पर ही सिलेंडर मिलना चाहिए.