Surguja School Teacher News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के कई स्कूलों में प्रधान पाठकों की पदस्थापना नहीं की गई, जिसकी वजह से कई स्कूल प्रधान पाठक के बगैर संचालित किए जा रहे हैं. इस विषय को ध्यान में रखते हुए जिले के 830 सहायक शिक्षकों ने पदोन्नति को लेकर विभिन्न शिक्षक संघ के साथ मिलकर जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) से मुलाकात की और जल्द पदोन्नति करने की मांग की.


दरअसल, सरगुजा जिले में लंबे समय से सहायक शिक्षकों की पदोन्नति कर प्रधान पाठक बनने की प्रक्रिया राज्य सराकार ने जारी किया था. इसके बाद पदोन्नति किया जाना था, लेकिन सरगुजा में 830 सहायक शिक्षकों की पदोन्नति प्रधान पाठक के रूप में अब तक नहीं किया जा सका. इसका नतीजा यह है कि कई ऐसे स्कूल हैं, जो प्रधान पाठक के अभाव में संचालित हो रहे हैं. 


इसे देखते हुए शिक्षक संघ के विभिन्न संगठनों ने जिला शिक्षा अधिकारी डॉ संजय गुहे से मुलाकात कर जल्द से जल्द सहायक शिक्षकों की पदोन्नति करने का आग्रह किया. ताकि उनके इंक्रीमेंट, सैलरी सहित अन्य चीजों का समय पर लाभ मिल सके. जिला शिक्षा अधिकारी डॉ संजय गुहे ने बताया कि शिक्षक संघ के द्वारा उनसे मुलाकात की गई, जिसमें उन्हें कहा गया कि जिला प्रशासन द्वारा जैसे ही आदेश आता है, वैसे ही सभी सहायक शिक्षकों की पदोन्नति की जाएगी.


DEO से की गई चर्चा


छत्तीसगढ़ सर्व शिक्षा फेडरेशन के प्रदेश संयोजक शिव मिश्रा ने बताया कि हमारे जिले में दो तारीख को पदोन्नति का आदेश हुआ. हालांकि विभिन्न गतिरोधों की वजह से आज तक जिले के सहायक शिक्षकों को पदस्थापना का आदेश जारी नहीं हो पाया. इस वजह से जिले के सहायक शिक्षकों की वरिष्ठता है. उसका नुकसान हो रहा है और इन गतिरोधों की वजह से पदस्थापना में भारी विलंब हो रहा है. इसे लेकर आज जिला शिक्षा अधिकारी से सकारात्मक चर्चा हुई. उनके निवेदन किया गया कि कोई न कोई रास्ता निकालकर जल्द से जल्द सहायक शिक्षकों को पदोन्नत करने का पहल करें, ताकि उनकी वरिष्ठता बनी रहे.


दिसंबर तक पदस्थापना नहीं मिलती है तो उनके इंक्रीमेंट में दिक्कत आएगा. सभी सहायक शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखते हुए सभी संगठनों ने फैसला लिया है कि पदस्थापना संशोधन के माध्यम से हो या काउंसलिंग के माध्यम से जल्द से जल्द हो जाए. उन्होंने आगे बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि इसपर जल्द ही पहल करेंगे. 


शिक्षक संघ के पदाधिकारी मनोज तिवारी ने बताया कि सहायक शिक्षक से प्रधान पाठक के प्रमोशन के मुद्दे पर जिला शिक्षा अधिकारी से बात करने आए थे. जिला शिक्षा अधिकारी को यह बताने आए थे कि जनवरी के पहले सप्ताह में इनका इंक्रीमेंट लगना है. प्रमोशन नहीं होगा तो इंक्रीमेंट में देरी होगी, वरीयता काउंट नहीं की जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि मंत्री अमरजीत भगत ने हमारी चर्चा हुई है. मंत्री ने जिला प्रशासन को पत्र लिखा है और जल्द से जल्द प्रमोशन करने के लिए कहा है. मनोज तिवारी ने कहा कि प्रमोशन में कितना लेट होगा, वरीयता से जितने प्रधान पाठक बनने वाले है, उन सभी की वरीयता कम होगी. इसलिए हमारी मांग है कि जिला प्रशासन और जिला शिक्षा अधिकारी सहायक शिक्षकों का प्रमोशन करें. 


आश्वासन दिया गया


जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) डॉ संजय गुहे ने बताया कि जिले के सभी शिक्षक संगठन आए थे और उन्होंने मंत्री के समक्ष अपनी बात रखी. इस पर मंत्री ने एक पत्र जिला प्रशासन को दिया. शिक्षा अधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन से जैसा आदेश मिलेगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. अभी दो तारीख को इनके आदेश हुए थे और कुछ शिकायतें मिली थी, इसलिए चार तारीख को उस आदेश को निरस्त किया गया था. निरस्त करने के बाद कुछ लोग कोर्ट गए. कोर्ट से चार तारीख के निरस्त वाले आदेश पर उन्होंने स्टे ले लिया.


डीईओ ने बताया कि अब की स्थिति में स्टे है तो प्रशासन से चर्चा करके उनके हित जो भी बेस्ट हो सकेगा, वो काम किया जाएगा. इनका प्रमोशन किया जाना है. उन्होंने कहा कि प्रशासन डिसाइड करेगा कि दो तारीख के हिसाब से किया जाए या काउंसलिंग के हिसाब से किया जाए. प्रशासन से चर्चा में जो निर्णय होगा इसके अनुसार कार्य किया जाएगा.


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