Chhattisgarh News: कर्ज चुकाने के लिए प्रॉपर्टी डीलर का किया अपहरण, नाकाम होने पर कर दी हत्या, पति-पत्नी सहित तीन गिरफ्तार
Bilaspur News: छत्तीसगढ़ में मृतक प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण और हत्या आरोपी ने अपनी पत्नी और दोस्त के साथ मिलकर किया था. आरोपियों ने काम की तलाश के सिलसिले में मृतक से पहले से जान पहचान थी.
Bilaspur Kidnapping Case- छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (Bilaspur) में प्रॉपर्टी डीलर वकील अंसारी अपहरणकांड का बिलासपुर पुलिस ने पर्दाफाश किया है. अपहरण के बाद प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी गई है. आरोपियों ने कर्ज से परेशान होकर ब्लैकमेल करने के लिए प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण किया था. योजना में असफल होने के बाद उन्होंने हत्या की वारदात को अंजाम दिया. मामले में महिला सहित तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. गिरफ्तार सभी आरोपी भिलाई (Bhilai) के रहने वाले हैं. आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करनी की भरपूर कोशिश की, वहीं साक्ष्य मिटाने के लिए मृतक के शव को केशकाल के जंगल (Keshkal Forest) में फेंक दिया था.
पुलिस अपहरण का मामला दर्ज कर जांच में थी जुटी
दरअसल, बीते 4 नवंबर को सकरी क्षेत्र निवासी प्रॉपर्टी डीलर वकील अंसारी घर से अंबिकापुर जाने के लिए निकले थे. लेकिन उसके बाद वे लापता हो गए. एक दिन बाद परिजनों को फोन आया कि वकील अंसारी का अपहरण हो गया है और अपहृता पैसे की मांग कर रहे हैं. मृतक की पत्नी ने इसकी सूचना सकरी पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर मामले में जांच शुरू कर दी.
अन्य राज्यों में भी पुलिस ने भेजी टीम
इस दौरान अंबिकापुर, कांकेर, कोंडागांव, हैदराबाद, नागपुर, आगरा, मथुरा और बिहार भी टीम को पुलिस की टीम को जांच के लिए रवाना किया गया था. लेकिन प्रॉपर्टी डीलर का कोई सुराग नहीं मिला. मामले में तकनीकी साक्ष्यों की जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि, अपहृत का मोबाइल नंबर, फोन पे और एटीएम जहां इस्तेमाल हो रहा है, वहां कुछ संदिग्ध मोबाईल नंबर लगातार एक्टिव हो रहे हैं.
फिरौती से कर्ज चुकाने के लिए किया था अपहरण
पुलिस ने लोकेशन के आधार पर भिलाई में दबिश देना शुरु कर दिया. पुलिस ने संदेह के आधार पर मुख्य आरोपी हेमंत साहू को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, जिसके बाद पूरे वारदात का खुलासा हुआ. आरोपी हेमंत, उसकी पत्नी संतोषी वर्मा और साथी गणेश यादव ने कर्ज से परेशान होकर ब्लैकमेल करने के लिए प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण किया था. लेकिन योजना में असफल होने के बाद उन्होंने धारदार हथियार से वारकर प्रॉपर्टी डीलर वकील अंसारी की हत्या कर दी.
पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने किया ये काम
साक्ष्य मिटाने और पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने हत्या के बाद मृतक की कार को सेंदरी बाईपास में छोड़ दिया और वकील के शव को केशकाल के जंगल में फेंक दिया था. बताया जा रहा है, वारदात के एक माह पहले ही मृतक वकील अंसारी की मुलाकात भाटापारा में आरोपियों से हुआ था. यहां आरोपी कर्ज से परेशान होकर नौकरी की तलाश कर रहे थे.
इसी दौरान प्रॉपर्टी डीलर ने खुद को पेट्रोल पंप का मालिक बताया था. यहीं से आरोपियों ने पैसे के लालच में प्रॉपर्टी डीलर को ब्लैकमेल करने की योजना बनाई और पूरे वारदात को अंजाम दिया. बहरहाल, अपहरण, हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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