Surguja News: सरगुजा में एलुमिना रिफाइनरी प्लांट के विरोध में उतरे 6 गांवों के लोग, जानें क्यों उठी मंत्री को गांव बुलाने की मांग
Chhattisgarh News: सरगुजा जिले में खुलने वाले एलुमिना रिफायनरी प्लांट के विरोध में ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि जब तक जान रहेगी, तब तक लड़ते रहेंगे.
Alumina Refinery Plant In Surguja: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में खुलने वाला मां कुदरगढ़ी एलुमिना रिफाइनरी प्लांट अब प्रदेश स्तर का मुद्दा बन गया है. वहीं इस प्लांट को लेकर ग्रामीणों का पुरजोर विरोध सामने आ रहा है. प्लांट से प्रभावित होने वाले क्षेत्र के ग्रामीण अब आरपार की लड़ाई लड़ने की बात कह रहे हैं. इसके साथ ही क्षेत्रीय विधायक व मंत्री को अपनी समस्या बताने के लिए गांव बुलाने की गुहार जिला प्रशासन से लगाई गई है.
दरअसल, सरगुजा जिले के बतौली ब्लॉक अंतर्गत ग्राम चिरंगा में 800 हेक्टेयर से अधिक जमीन पर 1100 करोड़ से अधिक की लागत से खुलने वाले मां कुदरगढ़ी एलुमिना रिफाइनरी प्लांट को लेकर ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं. इस प्लांट का विरोध 6 गांव के ग्रामीण पिछले 4 सालों से लगातार करते आ रहे हैं. इसके बावजूद क्षेत्रीय विधायक अमरजीत भगत सहित जिला प्रशासन के अधिकारी इनकी बातों को नहीं सुन रहे हैं. जिसकी वजह से ग्रामीणों को आए दिन धरना प्रदर्शन, आंदोलन करना पड़ रहा है. वहीं अब ग्रामीण अपने क्षेत्रीय विधायक व मंत्री अमरजीत भगत को अपने गांव बुलाना चाह रहे हैं. जिससे कि वह अपनी समस्या को बताकर प्लांट नहीं लगाने की बात कहेंगे. साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि जब तक जान रहेगी, तब तक लड़ते रहेंगे.
ग्रामीण बीना लकड़ा ने बताया कि, कल हमारे विधायक, मंत्री चिरंगा गांव में आए थे. उनसे बात करने के लिए गए थे, लेकिन बात नहीं हो सकी. इसलिए अब उन्हे दोबारा बुलाएंगे और अपनी बात रखेंगे. यहां जो प्रस्तावित प्लांट खुलने वाला है उसे रोकने के लिए. जब तक जान रहेगा, तब तक लड़कर देखेंगे. मंगली बाई ने बताया कि यहां फैक्ट्री लगेगा तो बहुत नुकसान है. हम नहीं चाहते कि यहां फैक्ट्री लगे. हमारी मंत्री से यही मांग है कि हम यहां फैक्ट्री नहीं चाहते. हम ही तो उन्हे मंत्री बनाए हैं. मारने पीटने के लिए हम मंत्री नहीं बनाए हैं.
इधर ग्रामीणों के बीच पहुंचे सीतापुर एसडीएम रवि राही ने कहा कि ग्रामीणों की जो भी समस्या है. उसका निराकरण किया जाएगा. रही बात मंत्री को बुलाने की इस बात की चर्चा उनके साथ मिलकर की जाएगी कि क्षेत्रीय विधायक व मंत्री कब अपना समय दे पाते है, इस गांव वालो से मिल पाते हैं.
सीतापुर एसडीएम रवि राही ने कहा कि जमीन के कुछ मामले है, न्यायालयीन श्रेणी में है. उसपर बात हुई है. बयान लिया जा रहा है. गांव वालों ने सूचना दी थी कि एक दो रजिस्ट्रियां हुई है. जिसमें शिकायतकर्ताओं का कहना है कि फर्जी तरीके से हुई है. उसकी जांच के लिए राजस्व अमले के साथ आए हुए हैं. उनकी जो भी समस्याएं हैं उसका निराकरण करेंगे.
गौरतलब है कि, चिरंगा गांव सहित आसपास के 6 गांव के ग्रामीण एलुमिना रिफाइनरी प्लांट को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन फैक्ट्री की मनमानी ने इन ग्रामीणों की मुश्किल और बढ़ा दी है. आधा दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीण चाह रहे हैं कि इन क्षेत्रों में प्लांट ना लगे. जिससे कि इस क्षेत्र का वातावरण बेहतर और शुद्ध रहे सके. साथ ही इस फैक्ट्री के लग जाने से कई प्रकार की बीमारियों का सामना, सेटलमेंट की जमीन, आदिवासियों की संस्कृति विलुप्त हो जाएगी.
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