Chhattisgarh News: लोकसभा से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस देशभर में विरोध जाता रही है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस (Congress) ने अपने आंदोलन तेज कर दिया है. बीती शाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)  ने मशाल रैली निकाली है. इसमें हजारों की संख्या में कांग्रेसी मशाल लेकर पैदल चल रहे थे. राहुल गांधी पर हुई कार्रवाई को कांग्रेस बीजेपी की तानाशाही और लोकतंत्र को कमजोर करना बता रही है.


दरअसल, शनिवार शाम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समते बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने लोकतंत्र बचाव मशाल शांति रैली निकाली है. कांग्रेसियों ने हाथों में मशाल लेकर रायपुर के गांधी मैदान से आजाद चौक में महात्मा गांधी की प्रतिमा तक रैली निकाली है. इस दौरान कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. अडानी मामले पर एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है.


अदानी मामले में क्या बोले सीएम भूपेश बघेल
मशाल रैली के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से कहा कि लोकतंत्र को बचाने कांग्रेस सड़क की लड़ाई लड़ रही है. देश का पूरा विपक्ष जब अडानी के घोटाले की जांच की मांग कर रहा है तो मोदी सरकार जांच से क्यों डर रही है? जांच से किस खुलासे का भय मोदी को सता रहा है? जो वह अडानी के घोटाले की जांच नहीं करवा रहे है? हमने दुनिया में कई तानाशाहों को तो देखा है. इनसे दो काम होते हैं, एक तो वे इस बात से बहुत डरते हैं कि लोग उन से डरना बंद न कर दें और दूसरी बात वह अपने विरोधियों को मुंह बंद कर देना चाहते है, यानी चुप करा देना चाहते हैं.


बेईमानों खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया- कुमारी सैलजा
इसके आगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अगर बात नहीं बनी तो वह रास्ते के हटाने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकते है. इतिहास की इन घटनाओं से हम सभी वाकिफ़ है और आज देश में कुछ इसी प्रकार की घटनाएं हो रही हैं. लोकतंत्र को दबाने की कोशिश की जा रही है, सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग और अपने विरोधियों को दमन करने के लिए किसी भी स्तर पर जा रहे हैं, यह हमने देखा है. वहीं सीएम के साथ मौजद प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि मशाल रैली लोकतंत्र की रक्षा के लिए है. देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि भ्रष्ट बेईमानों और देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया है.


एक महीने तक कांग्रेस का आंदोलन चलेगा
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने का फैसला किया है. 1 से 5 अप्रैल तक लगातार जिला से ब्लाक स्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जा रही है. इसके बाद कांग्रेस गांव-गांव तक जाएंगी, इसके लिए बड़े स्तर तैयारी चल रही है. वहीं इसी महीने राज्य स्तर पर एक बड़े आंदोलन की भी तैयारी चल रही है. इसको लेकर भी कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.



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