Chhattisgarh: बेमौसम बारिश से धान खरीदी को लेकर चिंता में किसान, अब सीएम ने दिया ये निर्देश
Chhattigarh News: छत्तीसगढ़ में पिछले कई दिनों के दौरान हुई बारिश से किसानों की धान खरीदी प्रभावित हुई है. किसानों की धान खरीदी की चिंता को देखते हुए सीएम ने निर्देश जारी किए हैं.
CM Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ में दिसंबर के अंतिम सप्ताह से बारिश शुरू हुई और नए साल के बाद खत्म हो गई. इसी तरह 11 जनवरी से बारिश शुरू हुई और 14 जनवरी तक राज्य अनेक जिलों में जमकर बारिश हुई. बेमौसम बारिश से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी प्रभावित हुई है. करीब आठ से दस दिन तक बेमौसम बारिश धान खरीदी में आड़े आया है. इससे अब किसानों की चिंता बढ़ गई है कि आखिर बचे हुए 15 दिनों में सभी किसानों के धान कैसे खरीदी होगी ?
बढ़ सकता है धान खरीदी का समय
फिलहाल किसानों की चिंता सीएम ने बयान दिया है. सीएम भूपेश बघेल का कहना है कि किसान धान खरीदी को लेकर चिन्ता न करें. सभी पंजीकृत किसानों का खरीदा धान जाएगा. मौसम ठीक होते ही धान खरीदी में तेजी लायी जायेगी. इसके लिए मुख्यमंत्री ने कृषि मंत्री के साथ वर्तमान स्थिति की समीक्षा कर उपार्जन केन्द्रों की व्यवस्था को बेहतर करने को कहा और आवश्यकता होने पर धान खरीदी की अवधि बढ़ाने पर भी विचार करने को कहा है.
लक्ष्य से कम हुई खरीदी
राज्य में धान खरीदी की अंतिम तारीख 31 जनवरी है. सरकार की यह कोशिश होगी कि इस अवधि में शत-प्रतिशत किसानों से उनके पंजीकृत रकबे के धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर पूरी कर ली जाए. लेकिन ये सफर थोड़ा कठिन होगा क्योंकि इस वर्ष करीब 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान है. डेढ़ महीने में अबतक केवल 69.05 लाख मिलिट्री टन धान की खरीदी की जा सकी है. प्रदेश में लगभग 17.14 लाख किसानों ने धान बेचा है और करीब तीन लाख किसान धान बेचने के लिए बचे हुए हैं. अब तक लक्ष्य का 65.76 प्रतिशत धान की ही खरीदी हो सकी है.
बीजेपी की ये है मांग
धान खरीदी के मसले पर बीजेपी ने मुख्यमंत्री से 15 दिन और बढ़ाने की मांग की है. बीजेपी किसान मोर्चा के प्रभारी संदीप शर्मा ने कहा है कि राज्य में लगातार बारिश के कारण धान खरीदी प्रभावित हो रही है. 15 दिन से धान खरीदी लगभग बंद करनी पड़ रही है. जिन किसानों को समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए टोकन मिले हैं, वे भी रद्द हो गए हैं. ऐसी परिस्थिति में मुख्यमंत्री से मांग है कि धान खरीदी की तारीख 15 दिन बढ़ाई जाय. जिन किसानों के टोकन रद्द हुए हैं, उनके धान प्राथमिकता से खरीद कर अनिश्चितता के वातावरण को समाप्त करें.
ये भी पढ़ें-
छत्तीसगढ़ में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, छह जिले के जिलाधिकारियों समेत 16 IAS अधिकारियों का तबादला