रायपुर: कोरोना महामारी की वजह से पिछले डेढ़ साल से सारे पर्यटन स्थलों बंद थे. लेकिन अब साल 2021 के अंत में हालात ठीक होते नजर आ रहे है. कोरोना महामारी की लहर कमजोर होने के बाद अब पर्यटन स्थलों पर भी प्रतिबंध हटा दिए गए हैं. इसी के तहत अब रायपुर में एशिया के पहले मानव निर्मित जंगल सफारी में भी पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी है. रविवार को सैकड़ों की संख्या में राज्य के और अन्य राज्यों के पर्यटक जंगल सफारी पहुंचे.
मानव निर्मित जंगल सफारी की शुरुआत 2016 में हुई थी
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नंदनवन जंगल सफारी एवं जू स्थित हैं. जंगल सफारी के अधिकारी ने बताया कि मानव निर्मित जंगल सफारी की शुरुआत 2016 में हुई थी. यहां पहुंचने के बाद आप शहरों के शोर को भूल जाएंगे. यहां हर तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आएगी. 800 एकड़ जमीन में जंगल सफारी बनाया गया है.
नंदवन जू में 11 बाड़ों में वन्य जीवों को रखा गया है
यहां सफारी में वन्य जीवों के लिए 4 अलग अलग बाड़े बनाए गए हैं. जहां टूरिस्ट एक सुरक्षित बस के जरिए सफारी से खूंखार जंगली जानवरों को नजदीक से देख सकते हैं. पहला गेट पार करने पर शाकाहारी वन्यप्राणी सफ़ारी जो की 30 हेक्टेयर क्षेत्र में हैं वहां चीतल, सांभर, ब्लू बुल, बार्किंग डीयर, और ब्लैक बक शामिल हैं को देख सकते हैं. वहीं दूसरा गेट पार करने पर भालू दिखेंगे, वर्तमान में 3 भालू सफारी में हैं. भालू सफारी 20 हेक्टेयर क्षेत्र में है. तीसरा गेट पार करने के बाद 20 हेक्टेयर के जंगल में कहीं से भी टाइगर अपको विचरण करते दिख जाएंगे. इसके बाद अंत में 20 हेक्टेयर में शेर की मौजूदगी है. नंदवन जू में 11 बाड़ों में वन्य जीवों को रखा गया है. यहां रॉयल बंगाल टाइगर, व्हाइट टाइगर, एशियन लायन, नीलगाय, काला हिरण, घड़ियाल और अन्य वन्य जीवों को पर्यटक आसानी से देख सकते हैंय
जू और जंगल सफारी के भ्रमण के बाद खंडवा जलासाय में कर सकते हैं बोटिंग
बोटिंग के लिए 130 एकड़ में फैले खंडवा जलासाय ने जंगल सफारी को तीनो और से घेर रखा है. बोटिंग के लिए अलग से टिकट खिड़की वहीं पर है. जहां एक बड़ा पानी का जहाज है. इसके अलावा छोटे छोटे जनरेटर से चलने वाली नाव हैं. यहां से आप जंगल सफारी को बाहर से देख पाएंगे.
जंगल सफारी में टिकट के लिए इतना करना पड़ेगा खर्च
भारतीय वयस्क नागरिकों के लिए जंगल सफारी का टिकट 100 रुपए है वहीं 12 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए मात्र 25 रुपए का टिकट है और 12 वर्ष से कम उम्र में बच्चों को बिना शुल्क के सफारी में प्रवेश दिया जाता है. वहीं विदेशी वयस्क नागरिक के लिए 500 रुपए शुल्क और विदेशी बच्चे जिनकी उम्र 6 से 12 वर्ष है उन्हे 400 रुपए का टिकट लेना पड़ता है. बता दें कि सप्ताह में एक दिन सोमवार को जंगल सफारी बंद रहता है. जंगल सफारी एवं जू में स्टिल या डिजिटल कैमरा के उपयोग के लिए 100 रुपए और वीडियो कैमरा के लिए 500 रुपए का चार्ज लिया जाता है और भारतीय दिव्यांगों के लिए जंगल सफारी एवं जू में प्रवेश निःशुल्क है.
कैसे पहुंचें नंदनवन जंगल सफरी एवं जू
यहां पहुंचने के लिए रायपुर रेलवे स्टेशन से मात्र 35 किलोमिटर सफर तय करना पड़ेगा और रायपुर एयरपोर्ट से केवल 15 किलोमिटर का सफर तय करना पड़ेगा. वहीं ऑनलाइन टिकट बुक करनी की सुविधा भी उपलब्ध है. इसके लिए जंगल सफारी की वेबसाइट जाकर टिकट बुक किया जा सकता है.
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