Raipur News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की क्षेत्रीय पार्टी जनता कांग्रेस (Janata Congress) के अस्तित्व पर अब सवाल उठने लगे है. जोगी कांग्रेस ने अपने विधायक के नेता धर्मजीत सिंह (Dharamjit Singh) को ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसपर अब पार्टी के भीतर उथल - पुथल मचा हुआ है. धर्मजीत सिंह सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर अमित जोगी पर गंभीर आरोप लगाए है. इसके अगले ही दिन पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेणु जोगी (Renu Jogi) ने रायपुर में अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.पार्टी से बाहर निकलने क्यों पड़ा इसपर उन्होंने मीडिया से बातचीत की है.
रेणु जोगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताई वजह
दरअसल रायपुर स्थिति जोगी निवास पर रेणु जोगी और पुत्र अमित जोगी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. उन्होंने सियासी उथल पुथल के बीच इमोशनल कार्ड खेला है. अमित जोगी ने पिता अजीत जोगी की तस्वीर के साथ और मां रेणु जोगी ने भावनात्मक रूप से इस पूरे मामले पर अपना पक्ष रखा है. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते धर्मजीत सिंह को अपना छोटा भाई बताया और इस फैसले को राजनीतिक जीवन का सबसे दुखद पल बताया है.
बीजेपी का देशभर में चल रहा है ऑपरेशन लोटस
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेणु जोगी ने कहा कि जिनको मैंने छोटा भाई माना उनको मैंने ही अपनी कलम से निष्कासित किया. पूरे देश में बीजेपी ने 31 जुलाई 2022 को ऑपरेशन लोटस प्रारंभ किया है. छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन लोटस के जरिए अजीत जोगी की सपनो की पार्टी को उसी श्रेणी रखा जैसा महाराष्ट्र में शिवसेना, झारखंड और बिहार के साथ हुआ उसी क्रम में हमारी पार्टी को क्षति पहुंचाया जा रहा हैं. विश्वसनीय जानकारी थी कि बहुत जल्द जोगी कांग्रेस को बीजेपी में विलय करने का प्रयास किया जा रहा हैं. कुछ महीने पहले से दिल्ली से रायपुर तक पटकथा लिखी जा रहे हैं. इस्कपार हमने सभी विधायकों से चर्चा कर किसी के बहकावे में न आने को कहा था. लेकिन 27 अगस्त को बिना जानकारी दिए 2 लोग रायपुर में केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम में शामिल हुए और बीजेपी के नेताओं से मुलाकात की है.
धर्मजीत सिंह दिल्ली में रच रहे थे पार्टी विलय की साजिश
उन्होंने आगे कहा कि, वो छत्तीसगढ़ प्रभारी रही डी पुरंदेश्वरी से दिल्ली में मिलते रहे और साजिश करते रहे. हजारों कार्यकर्ताओं के इच्छा के विरुद्ध सोच और विचारधारा के विरोध जाकर पार्टी का बीजेपी में जबरन विलय करने का षड्यंत्र रचा जा रहा था. अजीत जोगी के स्वाभिमान की पार्टी के अस्तित्व को बचाने के लिए धरमजीत सिंह को भारी मन से निष्कासित किया गया. सब का एकमत थे की पार्टी को बचाना है. जनता कांग्रेस बीजेपी में विलय का कभी नहीं हो सकता है. मेरे पास कोई विल्कप नहीं बचा था.
धर्मजीत के आरोप पर अमित जोगी ने दिया जवाब
वहीं धर्मजीत सिंह के आरोपों पर अमित जोगी ने कहा कि भावना में बहकर ऐसा हुआ. उनकी पत्नी मेरे माता तुल्य है और अपनी अनुचित बात के लिए सदैव क्षमा प्रार्थी हूं. वो खुद का फोन उठाते नहीं है. गाली गलौज का आरोप हत्या की साजिश इसका कोई प्रमाण है उनके पास? आगे उन्होंने कहा की निश्चित रूप से बीजेपी का ऑपरेशन दिल्ली में आम आदमी के साथ अभी भी चल रहा है. अजीत जोगी, देवव्रत सिंह के निधन का फायदा उठाना चाहते थे. खून पसीने की पार्टी को ऐसे खत्म होने दे सकते.