Chhattisgarh Rajya Sabha Election 2022: छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की 2 सीटों के लिए नाम फाइनल हो चुका है. कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की सीट से राज्य के बाहर के राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है. इसके लिए कांग्रेस ने राज्यसभा उम्मीदवारों का लिस्ट जारी कर दिया है. इसपर अब छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है. बीजेपी और कांग्रेस में जमकर बहस चल रही है.

 

छत्तीसगढ़ की सीट से राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन राज्यसभा जाएंगे

दरअसल छत्तीसगढ़ के कोटे से 2 राज्य सभा सीट के लिए काफी समय से चर्चा चल रही है. पहले बताया जा रहा था एक लोकल और बाहरी को उम्मीदवार बनाया जाएगा. लेकिन दोनों ही नाम बाहरी निकला है.कांग्रेस ने राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन जैसे बड़े कांग्रेसी नेता को राज्यसभा भेजना का फैसला किया है. नाम को लेकर छत्तीसगढ़ के कई नेताओं के नाम चर्चा में थे लेकिन हाईकमान ने अपना निर्णय लिया है.जिसमे राज्य के किसी भी नेता को राज्यसभा के लिए चयन नहीं किया गया है.

 

बीजेपी ने कहा कांग्रेस छत्तीसगढ़ के लोगों को प्रतिनिधित्व नहीं देना चाहती
इस मामले पर बीजेपी की तरफ से नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का बयान सामने आया है. कौशिक ने इस फैसले को छत्तीसगढ़ के लोगो के साथ बड़ा छलावा व धोखा बताया है. उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि इस पूरे प्रदेश में कांग्रेस का एक भी योग्य उम्मीदवार नहीं है, जिसे राज्यसभा के लिये उम्मीदवार बनाया जा सके? एक बार फिर से कांग्रेस ने राज्य से बाहर का उम्मीदवार दिया है. यह छत्तीसगढ़ के लोगों को अयोग्य घोषित करने जैसा ही है. इससे यह साबित होता है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ के लोगों को प्रतिनिधित्व देना ही नहीं चाहती है.

 

बीजेपी के बयान पर कांग्रेस का पलटवार

इधर, छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने कांग्रेस आलाकमान के फैसले का स्वागत किया है. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि दोनो योग्य अनुभवी और कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता है.इनके चयन से न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि देश की आवाज राज्यसभा में पहुंचेगी. इस फैसले से हम सभी कांग्रेस प्रसन्न है. वहीं नेताप्रतिक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी को आत्म अवलोकन करना चाहिए. आज छत्तीसगढ़ के दो दो राज्यसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी का चयन होने जा रहा है और बीजेपी कहां पर खड़ी है. जनता ने उनको इस लायक भी नहीं छोड़ा है कि वो राज्यसभा के बारे में कुछ सोच भी सके.

 

राजनीतिक परिस्थितियों के अनुसार पार्टी निर्णय करती है

सुशील आनंद शुक्ला ने राज्यसभा में छत्तीसगढ़ के नेताओं को मौका नहीं मिलने पर सफाई देते हुए कहा कि राज्यसभा और लोकसभा राज्य की सीमा के बाहर होते है. अगर बाहरी वाली स्थिति कहे तो नरेंद्र मोदी गुजरात से जाकर बनारस में क्यों लड़े चुनाव थे. बीजेपी को इसका जवाब देना चाहिए. स्मृति ईरानी गुजरात से जाकर अमेठी में क्यों चुनाव लड़ी. राज्यसभा और लोकसभा में अपने राजनीतिक परिस्थितियों के अनुसार दल निर्णय करती है. इसमें अनावश्यक बयानबाजी बीजेपी की ओछी मानसिकता को दर्शाती है. 

 

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