Draupadi Murmu News: सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन परिसर स्थित राज्यसभा महासचिव के कार्यालय में निर्वाचन अधिकारी पी.सी. मोदी को मुर्मू के नामांकन पत्र सौंपे.
एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को राज्यपाल उम्मीदवार बनाया गया है. नामांकन के दौरान प्रस्ताव के रूप में छत्तीसगढ़ के 3 सांसदों ने अपना समर्थन दिया है. अब नियमित रूप से नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के प्रस्तावक बने छत्तीसगढ़ के सांसद
दरअसल द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला हैं जो राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हैं. नामांकन के एक दिन पहले गुरुवार को द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. इसके बाद केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला एवं खनन मंत्री प्रहलाद जोशी के आवास में देशभर से आए बीजेपी सांसदो ने प्रस्तावक के रूप में समर्थन दिया. इसमें छत्तीसगढ़ के आदिवासी सांसद रामविचार नेताम भी प्रस्तावक बने. इनके साथ राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पाण्डेय शामिल हुए.
नेताम बोले सुखद और आत्मगौरव का दिन
देश में पहली बार आदिवासी समाज से किसी को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने पर इसकी देशभर में चर्चा हो रही है. द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के प्रस्तावक बने सांसद रामविचार नेताम ने ट्वीट ''केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला और खनन मंत्री प्रहलाद जोशी के निवास पर एनडीए से राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के लिए प्रस्तावक के रूप में शामिल हुआ. ये मेरे लिए बहुत सुखद और आत्मगौरव का दिन.''
राष्ट्रपति उम्मीदवार की प्रस्तावक बनीं सांसद सरोज पांडेय
आजादी के 75 साल बाद पहली बार आदिवासी समाज से कोई राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हुआ है. इसको लेकर देशभर में आदिवासी समाज में हर्ष का माहौल है. वहीं छत्तीसगढ़ की राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय भी राष्ट्रपति उम्मीदवार की प्रस्तावक बनी हैं. राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में शामिल हुईं. उन्होंने देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के प्रस्तावक के रूप में समर्थन दिया है.
देशभर के सांसदों का मिल रहा समर्थन
तीसरे प्रस्तावक के रूप में राजनांदगांव के सांसद संतोष पाण्डेय भी शामिल हुए. वे एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में प्रस्तावक बने. उन्होंने इसको लेकर एक ट्वीट कर देशभर के सांसदों के समर्थन मिलने का दावा किया है. उन्होंने नामांकन प्रस्तावक बनने पर ट्वीट कर कहा है कि नामांकन में प्रस्तावक के रूप में शामिल होने के लिए कई राज्यों से सांसद आए थे. सभी ने भी उनके पक्ष में अपना समर्थन दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन परिसर स्थित राज्यसभा महासचिव के कार्यालय में निर्वाचन अधिकारी पी.सी. मोदी को मुर्मू के नामांकन पत्र सौंपे. मुर्मू के साथ नामांकन दाखिल करने के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह, जे.पी. नड्डा, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और सहयोगी दलों के नेता मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें:
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में इस साल तेंदूपत्ते का बंपर कलेक्शन, आदिवासियों ने कमाए 630 करोड़