Ration Card: Chhattisgarh में 6 तरह के बनाए जाते हैं राशन कार्ड, जानिए कैसे मिलता है लाभ
Chhattisgarh सरकार 6 तरह के राशन कार्ड जारी करती है. इसमें गरीबी के स्तर के हिसाब से लाभार्थियों के लिए मूल्य तय किए जाते हैं. सरकार का दावा है कि इससे 96 प्रतिशत जनसंख्या को खाद्य सुरक्षा मिलती है.
Chhattisgarh Ration Card Scheme: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सरकार की सबसे अहम योजनाओं में पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम यानी पीडीएस शामिल है. इस योजना के जरिए से प्रदेशभर में चावल वितरण किया जाता है. इसके लिए खाद्य विभाग की तरफ से चावल की मात्रा और दाम निर्धारित किया जाता है. इसके बारे आज आपको बताएंगे की आखिर कितने प्रकार के राशन कार्ड छत्तीसगढ़ में बनाए जाते है.
दरअसल राज्य, मार्च 2001 से ही राज्य में चावल वितरण शुरू किया गया था. इसमें साल 2019 महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर बड़े स्तर पर बदलाव किए गए और इसे सर्व भौम पीडीएस योजना का रूप दिया गया है. इससे अब राज्य के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के अलावा सामान्य परिवारों को भी राशन कार्ड के दायरे में लाया गया है. खाद्य विभाग की तरफ से अब 6 प्रकार के राशन कार्ड जारी किए जाते है. इसमें अन्त्योदय, प्राथमिकता, एकल निराश्रित, अन्नपूर्णा, निःशक्तजन और सामान्य राशनकार्डधारी परिवार शामिल है. राज्य सरकार का दावा हैं कि राज्य की 96 प्रतिशत जनसंख्या को खाद्य सुरक्षा मिल रही है.
इतने तरह के हैं राशन कार्ड
अंत्योदय राशन कार्ड
छत्तीसगढ़ में 6 अलग-अलग प्रकार के राशन कार्ड बनाए जाते है. इसमें गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए अंत्योदय कार्ड बनाया जाता है. इसमें हर महीने लाभार्थियों को 35 किलो चावल दिया जाता है. इसके लिए उचित मूल्य की दुकान में लाभार्थियों को प्रति किलो चावल के 1 रुपए का भुगतान करना पड़ता है.
प्राथमिकता राशन कार्ड
इसके बाद प्राथमिकता राशन कार्ड बनाया जाता है जिसमें चावल 1 रुपए प्रति किलो के हिसाब से वितरण होता है. लेकिन परिवार में सदस्यों की संख्या के आधार पर चावल दिया जाता है. 1 सदस्य पर 10 किलो, 2 सदस्य पर 20 किलो , 3 से 5 सदस्य होने पर 35 किलो चावल और 5 से अधिक सदस्य होने पर प्रति सदस्य 7 किलो चावल वितरण किया जाता है.
APL राशन कार्ड
इसके अलावा सामान्य वर्ग में आने वाले परिवार के लिए APL राशन कार्ड बनाया जाता है. इसमें प्रति माह 35 किलो चावल वितरण किया जाता है. इसके लिए लाभार्थियों को प्रति किलो चावल के लिए 10 रुपए का भुगतान करना पड़ता है. वहीं APL राशन कार्ड बनवाने के लिए राज्य के कोई भी परिवार आवेदन कर सकते है.
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नि:शक्तजन को फ्री में मिलता है राशन
वहीं अन्नपूर्णा राशन कार्ड में हर महीने 35 किलो चावल का वितरण किया जाता है. लेकिन राशन कार्डधारियों को 10 किलो चावल के लिए कोई पैसे नहीं लिए जाते और बाकि 25 किलो चावल के लिए 1 रुपए की दर से चावल का वितरण होता है. इसी तरह नि:शक्तजन राशन कार्ड में हर महीने कार्ड धारी को 10 किलो चावल वितरित किया जाता है. इसके लिए लाभार्थी को कोई पैसे देने की आवश्यकता नहीं होती है.
5 रुपए प्रति किलो की दर से चना वितरण
छत्तीसगढ़ में पात्रता अनुसार राशन कार्डधारियों को चावल, शक्कर, नीला मिट्टी तेल, नमक और चना का वितरण किया जाता है. ये सामग्री अलग-अलग क्षेत्रों में पात्रता अनुसार वितरित की जाती है. नीला मिट्टी तेल की कीमत 38 रुपए प्रति लीटर है और शक्कर की कीमत 17 रुपए प्रति किलो है. इसके अलावा राज्य के अनुसूचित और माडा क्षेत्र के 25 लाख अंत्योदय और प्राथमिकता परिवारों के भोजन में प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए रियायती दर 5 रूपये प्रति किलो की दर पर प्रतिमाह 2 किलो चना वितरण किया जाता है.
कैसे बनवाएं राशन कार्ड
छत्तीसगढ़ में राशन कार्ड छत्तीसगढ़ के खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी किया जाते हैं. राज्य का कोई भी परिवार राशन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है. इसके लिए खाद्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से पत्र डाउनलोड किया जा सकता है. वहीं राशन कार्ड बनवाने के लिए नगरीय प्रशासन में वार्ड पार्षदों और पंचायती क्षेत्र में ग्राम पंचायत से संपर्क कर कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है.