Chhattisgarh News: सरगुजा में 3 महीने से नहीं मिला राशन, परेशान ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर लगाई गुहार
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में हितग्राहियों को राशन नहीं देने का मामला सामने आया है. इससे सैकड़ों ग्रामीण परेशान हैं.
Surguja News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में हितग्राहियों को राशन नहीं देने का मामला सामने आया है, जिसकी वजह से सैकड़ों ग्रामीणों के पास राशन की समस्या उत्पन्न हो गई. इस मसले को लेकर आज प्रभावित ग्रामीणों के समूह ने कलेक्टर कार्यालय की ओर कूच किया और हाथ में राशनकार्ड लेकर कलेक्टर को अपनी समस्या बताई. इस मामले पर कलेक्टर ने तत्काल संबंधित अधिकारी को जांच करने के लिए निर्देशित किया. यह मामला लखनपुर ब्लॉक अंतर्गत इरगांवा का है.
दरअसल, ग्राम पंचायत इरगांवा में सैकड़ों राशनकार्डधारियों को तीन महीने से राशन का वितरण नहीं किया जा रहा है. इसकी शिकायत ग्रामीणों ने स्थानीय स्तर पर कई बार की. इसके बावजूद अधिकारी टालमटोल करते रहे. वहीं आज आक्रोशित ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय अंबिकापुर की ओर रुख किया और कलेक्टर कुंदन कुमार से मुलाकात कर अपनी समस्या से अवगत कराया. ग्रामीणों के द्वारा कलेक्टर से मांग की गई कि जिसके द्वारा राशन वितरण किया जा रहा है, उस पर कार्रवाई की जाए, क्योंकि हमेशा से राशन वितरण करने में लापरवाही की जा रही है. इस दौरान सभी ग्रामीणों ने अपने हाथ में राशन कार्ड रखा हुआ था.
ग्रामीणों ने क्या कहा?
ग्रामीण आदित्य कुमार प्रजापति ने बताया कि उनके यहां अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर से चावल वितरण नहीं हो रहा है. अक्टूबर में आधा-अधूरा वितरण हुआ. इसके लिए पहले तहसील में शिकायत किया गया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ. सोसायटी संचालक का कहना है कि चावल कट कटकर आ रहा है, इसलिए कम मिल रहा है. गांव की बुजुर्ग महिला जगमेन ने बताया कि तीन महिना से चावल नहीं मिल रहा है, मिलेगा कहते हैं, लेकिन कभी मिलता नहीं है.
उदयपुर एसडीएम शिवानी जायसवाल ने बताया कि इरगांवा गांव में शासकीय उचित मूल्य की दुकान है, उसको लेकर ग्रामीण आए हैं. इनका ये कहना है कि अक्टूबर और नवंबर माह का राशन वितरण नहीं हुआ है. इसमें दो पक्ष सामने आ रहे हैं. एक पक्ष का ये कहना है कि राशन वितरण नहीं हुआ है.
दूसरा पक्ष का कहना है कि गांव के कुछ व्यक्तियों द्वारा उचित मूल्य दुकान में ताला दिया गया और राशन वितरण नहीं कराया जा रहा है. मेरे द्वारा फूड इंस्पेक्टर और नायब तहसीलदार को कल दुकान में भेजा जाएगा और जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.