Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में मानसून की झड़ी से ओवरफ्लो हो रहे हैं जलाशय, नदियों में पानी छोड़ने को मजबूर हुआ प्रशासन
Rain in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में बारिश के कारण सिर्फ नदी और नाले ही उफान पर नहीं हैं यहां कई जलाशय भी पानी से भर गए हैं. कई जलाशयों में 70 से 100 प्रतिशत तक जलभराव हो गया है.
Chhattisgarh Rain: छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh) में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश की वजह से कई जलाशय लगभग भर गए हैं. जलाशयों के ओवरफ्लो होने के वजह से नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है. लगातार हो रही बारिश से राज्य के 12 बड़े प्रमुख जलाशय(Reservoir) में 78.51 और 34 मध्यम जलाशय में 77.86 प्रतिशत जलभराव हो चुका है. इस तरह राज्य के बड़े और मध्यम जलाशयों में कुल 6360.23 मिलीयन क्यूबिक मीटर की क्षमता के अनुसार अब तक 4986.93 मिलीयन क्यूबिक मीटर जलभराव हो चुका है.
जल संसाधन विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक बड़े जलाशयों में शामिल मुंगेली जिले के मनियारी जलाशय में शत प्रतिशत जलभराव हो चुका है. इसी तरह कोरबा जिले के मिनीमाता-बांगो, बालोद के तांदुला, कांकेर के दुधावा, बिलासपुर के खारंग और गरियाबंद के सिकासेर में 80 प्रतिशत से अधिक का जलभराव हो चुका है. धमतरी के रविशंकर जलाशय(गंगरेल) में 75.20 प्रतिशत जलभराव हो चुका है.
इन जलाशयों 100 प्रतिशत तक हो चुका है जलभराव
कैचमेंट एरिया से लगातार पानी की आवक होने के कारण कुछ बांधों से पानी भी छोड़ा जा रहा है. जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक मध्यम जलाशय में शामिल बालोद के खरखरा, कबीरधाम के छिरपानी, राजनांदगांव के पिपरिया नाला, दुर्ग के खपरी जलाशय में शत प्रतिशत पानी भर चुका है.
जानिए किन जलाशयों कितना पानी भरा
इसी तरह बालोद के गोंदली, कबीरधाम के सुतियापाट और कर्रानाला, राजनांदगांव के मटियामोती और धारा, कोरिया के झुमका तथा सरगुजा के बरनई जलाशय में 90 प्रतिशत से अधिक का जलभराव हो चुका है. इसके अलावा राजनांदगांव के रुसे और घुमरिया, रायपुर के पेंड्रावन, सरगुजा के कुंवरपुर, कबीरधाम के सरोदा, बलौदाबाजार के बलार और रायगढ़ के केदार में 75 प्रतिशत से अधिक का जलभराव हो चुका है.