Chhattisgarh Road Accidents: बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को लेकर मुख्य सचिव ने की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए ये निर्देश
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में इस साल जनवरी से मार्च तक सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं बलौदाबाजार, धमतरी, मुंगेली, बालोद, कबीरधाम और जशपुर जिले में हुई हैं.
Road Accidents In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में बढ़ते सड़क हादसों (Road Accident) को लेकर राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन (Amitabh Jain) ने परिवहन विभाग और संबंधित विभाग की बैठक ली. बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं नहीं हो. इसके लिए परिवहन विभाग और संबंधित सभी विभागों द्वारा समुचित समन्वित प्रयास जरूरी है. उन्होंने अधिकारियों को सड़क सुरक्षा के व्यापक प्रबंधन के लिए कार्ययोजना के तहत आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं.
मुख्य सचिव ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के कारणों को जानने के लिए घटनाओं का विश्लेषण किया जाना चाहिए. जैन ने जिला स्तर पर सड़क सुरक्षा समिति की बैठक नियमित रूप से आयोजित करने और सड़क सुरक्षा के संबंध में की जा रही कार्यवाही की प्रगति की निरंतर समीक्षा करने के निर्देश दिए. बैठक में सड़क दुर्घटनाओं के नियंत्रण के उपाय, सड़क सुरक्षा जागरूकता, दुर्घटना जन्य क्षेत्रों में एम्बुलेंस पहुंचाने, माक ड्रिल, दुर्घटना से घायलों को समुचित उपचार सुनिश्चित करने का पहले से अभ्यास करने के निर्देश दिए गए हैं.
छत्तीसगढ़ के इन शहरों में ज्यादा हुई सड़क दुर्घटना
साथ ही जरूरी व्यवस्था के संबंध में पहले से ही आवश्यक उपाय तय करने के संबंध में अधिकारियों को व्यापक दिशा-निर्देश दिए. बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने भी सड़क सुरक्षा के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए.
सड़क सुरक्षा लीड एजेंसी के अधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि सड़क सुरक्षा जन जागरूकता और सुरक्षा के विभिन्न प्रयासों के कारण सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ रही है. बैठक में समग्र सड़क सुरक्षा की दृष्टि के संबंध में जानकारी दी गई. वर्ष 2022 में जनवरी से दिसम्बर तक राज्य की एक चौथाई सड़क दुर्घटनाएं रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर में घटित हुईं. इसके अलावा राजनांदगांव, रायगढ़, कोरबा और बलौदाबाजार में भी सड़क दुर्घटनाएं हुईं.
2023 में इन जिलों में हुए सबसे ज्यादा सड़क हादसे
इसी प्रकार वर्ष 2023 में जनवरी से मार्च तक घटित सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक बलौदाबाजार, धमतरी, मुंगेली, बालोद, कबीरधाम और जशपुर जिले में घटित हुई हैं. सड़क दुर्घटनाएं न हो इसके लिए यातायात शिक्षा और जन-जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. समस्त सड़क एजेंसियों द्वारा चिन्हित ब्लैक स्पॉट, जंक्शन, संकेतक इत्यादि में सुधारात्मक कार्य किए जा रहे हैं. सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बैठक में कलेक्टरों को सभी जिला सड़क सुरक्षा समितियों की नियमित बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं.
अधिकारियों को दिए गए ये निर्देश
स्वास्थ्य विभाग को दुर्घटना जन्य क्षेत्रों में एम्बुलेंस पहुंचाने और दुर्घटना के गोल्डन आवर में घायलों को समुचित उपचार सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं. इसी तरह नगरीय प्रशासन विभाग को दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों पर प्रकाश व्यवस्था, साईन बोर्ड, होर्डिंग्स और पार्किंक स्थलों से अतिक्रमण हटाने, आवारा पशुओं से होने वाली दुर्घटनाओं के रोकथाम हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. आबकारी विभाग को प्रदेश के समस्त देशी-विदेशी मदिरा दुकानों के आस-पास जन जागरूकता संबंधी प्रेरक, फ्लैक्स लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं.