Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने राज्य में हो रहे सड़क हादसों पर चिंता जताई है. उन्होंने राज्य में सड़क हादसों पर रोक लगाने के लिए अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. राज्य में सड़क हादसों की रोकथाम सहित सुरक्षित यातायात व्यवस्था के लिए पहल की जरूरत पर बल देते हुए एक बैठक की. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उन्होंने अधिकारियों से लोगों में यातायात नियमों के बारे में जागरूकता पैदा करने और इसका कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है.
अधिकारियों को दिए ये निर्देश
उन्होंने राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए. मंत्री ने जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की नियमित मासिक बैठकें आयोजित करने पर विशेष बल दिया. जानकारी के मुताबिक उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर उन्हें तत्काल दूर किया जाए. मंत्री मोहम्मद अकबर ने ब्लैक स्पॉट के सुधार में हो रही देरी पर नाराजगी जतायी और अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिये.
बैठक में दुर्घटना पीड़ितों के त्वरित इलाज की व्यवस्था, ट्रॉमा सेंटरों की स्थिति, यातायात शिक्षा को पाठ्यपुस्तकों में शामिल करने और यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की भी चर्चा की गई. बैठक में प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (यातायात) प्रदीप गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे.
हादसे में करीब 6 फीट हवा में उछलकर नीचे गिरा युवक
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर शहर के नेशनल हाईवे पर हुए एक सड़क हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. जिसमें एक कार बाइक सवार दो युवकों को जोरदार टक्कर मारते हुए नजर आयी. इस हादसे में युवक करीब 6 फीट हवा में उछलकर नीचे गिर गया. इस सड़क हादसे में दोनों युवकों को काफी गंभीर चोट आई है. डॉक्टर के मुताबिक एक युवक कोमा में है, जबकि एक युवक की पसली पूरी तरह से टूट गई है.
बताया जा रहा है कि कार बीजापुर में पदस्थ एक पुलिसकर्मी की है और पुलिसकर्मी के द्वारा ही कार चलाया जा रहा था. कार यू टर्न करने के दौरान बाइक और कार के बीच जबरदस्त टक्कर हो गई. जिससे बाइक सवार दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
इस मामले में पुलिसकर्मी ने दोनों युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जबकि युवकों के परिजनों का आरोप है कि बकायदा सीसीटीवी में देखा जा रहा है कि गलती कार सवार पुलिसकर्मी की है, लेकिन संबंधित पुलिस थाना में उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है, बल्कि पुलिसकर्मी को बचाने की कोशिश की जा रही है. इसके पहले भी बीते दिनों में यहां सड़क हादसों की खबरें सामने आई हैं.
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