Chhattisgarh:  छत्तीसगढ़ में कैम्पा योजना (Campa Scheme) के तहत वन क्षेत्रों की उत्पादकता बढ़ाने, वन्य प्राणी प्रबंधन और वन क्षेत्र में भू-जल संरक्षण जैसे कई महतवपूर्ण काम किये जायेंगे. छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन (Amitabh Jain) की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई बैठक में कैम्पा की वर्ष 2023-24 के लिए वार्षिक कार्य योजना में 544 करोड़ 39 लाख रूपए के प्रस्तावों का मंजूर किया गया है.


मुख्य सचिव ने संचालन समिति की ली बैठक


छत्तीसगढ़ मुख्य सचिव जैन ने कैम्पा की संचालन समिति की बैठक में कैम्पा के कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कैम्पा की वार्षिक कार्य योजना वर्ष 2023-24 के अंतर्गत वन क्षेत्रों की उत्पादकता बढ़ाने, क्षतिपूर्ति वृक्षारोपण, बांस वनों की पुर्नस्थापना, वन्य प्राणी प्रबंधन और वन क्षेत्र में भू-जल संरक्षण को बढ़ाने संबंधी कार्य को प्राथमिकता से शामिल किया गया है. बैठक में कैम्पा संचालन समिति एवं क्रियान्वयन समिति के सदस्यों का कार्यकाल एक वर्ष के लिए बढ़ाए जाने की अनुशंसा की गई. बैठक में पी.सी.सी.एफ. संजय शुक्ला भी मौजूद थे.


कैंपा मद छत्तीसगढ़ में हो रहे हैं यह काम


इस बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कैम्पा मद से क्षतिपूर्ति वनीकरण के साथ-साथ वन क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने के लिए विभिन्न वन विकास कार्य, सिल्वीकल्चर कार्य, वनों की सुरक्षा, वन्य प्राणियों के रहने योग्य जगहों में सुधार के लिए चारागाह विकास, फलदार वृक्षारोपण, जल स्रोतों का विकास और संरक्षण के साथ विशेष रूप से वन क्षेत्रों में भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए भू-जल संरक्षण कार्य कराया जा रहा है. इसके साथ ही प्रदेश की महत्वपूर्ण नदियों के कटाव को रोकने लिए नदियों के किनारे वृक्षारोपण और जलग्रहण क्षेत्र विकास कार्य कराये जा रहे हैं.


छत्तीसगढ़ में अब तक 27308 हेक्टेयर में हो चुका है काम


इसी प्रकार वन क्षेत्रों में आवागमन को आसान बनाने के लिए वनमार्गों को विकसित किया जा रहा है. वहीं वन विभाग के फ्रंट लाईन स्टाफ के लिए भवनों का निर्माण और वन कालोनियों में जरूरी सुविधाओं के कार्य किए जा रहे हैं. वर्ष 2019-20 से वर्ष 2022-23 में अब तक 27 हजार 308 हेक्टेयर क्षेत्र में कैम्पा के अंतर्गत विकास कार्य कराया गया है. कैम्पा कार्यों के लिए वर्ष 2022-23 में द्वितीय अनुपूरक बजट के तहत 779 करोड़ 37 लाख रूपए का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया था. जिसके एवज में सिर्फ 300 करोड़ रूपए बजट स्वीकृत किया गया है.


वन्य प्राणियों के लिए कैम्पा मद से हो रहा है यह काम


वन्य प्राणियों के रहने के अनुकूल माहौल विकसित करने के लिए कैम्पा मद से जल स्रोतों के विकास के अलावा चरागाहों का विकास और फलदार वृक्षारोपण का कार्य किया गया है. इसके अंतर्गत 4889 हेक्टेयर क्षेत्र में चरागाह का विकास और 582 हेक्टेयर क्षेत्र में फलदार वृक्षारोपण कार्य किया जाना है. वन क्षेत्रों में चारागाह विकास कार्य से वन्यप्राणियों को चारा उपलब्ध कराने के साथ ही आस-पास के गौठानों को चारा उपलब्ध कराया जाएगा.


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