रायपुर: छत्तीसगढ़ का नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर में इन दिनों धर्मांतरण की आग धधक रही है.सोमवार को दो समुदायों के बीच जमकर हंगामा हुआ है.ग्रामीण आदिवासियों ने चर्च में तोड़फोड़ किया है.रोकने गई पुलिस पर भी ग्रामीणों ने हमला बोला है.इस बवाल में जिले के एसपी सदानंद कुमार घायल हो गए हैं.उनके सिर में में चोट लगने से लहूलुहान होने वाला वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है.अब इस मामले पर राजनीति गरमा गई है.


नारायणपुर बवाल पर राजनीति तेज


दरअसल नारायणपुर के बवाल के कांग्रेस और बीजेपी में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है.कांग्रेस का कहना है कि आरएसएस और बीजेपी की वजह से ये हंगामा हुआ है.जहां कांग्रेस सत्ता से बाहर होती है, वहां इस तरह से समाज में वैमनस्यता फैलाती है. यह उसी का नतीजा है.वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण बढ़ने का दावा किया है.बीजेपी ने कुछ साल पहले सुकमा एसपी के द्वारा लिखी गई चिट्ठी को याद दिलाते हुए कांग्रेस सरकार पर आदिवासियों के धर्मांतरण का आरोप लगाया है.


बीजेपी जहां सत्ता से बाहर होती वहां दंगा करवाती है


नारायणपुर में हुए बवाल पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जहां पर सत्ता में नहीं रहती तथा जनसरोकारों से जब दूर हो जाती है तब धर्म का सहारा लेकर राजनीति करती है.जहां पर मुसलमान हाते हैं, वहां पर हिंदू मुसलमान के बीच झगड़ा करवाती है.जहां पर ईसाई होते हैं, वहां हिन्दू ईसाई के बीच दंगे करवाती है.जहां पर दूसरे धर्म के लोग नहीं होते हैं वहां पर उसी धर्म जाति के लोगों के बीच में आपसी दंगे करवाती है. यही काम वह छत्तीसगढ़ में करने में लगी है.


ईसाई मिशनरी हथियार की नोक पर धर्मांतरण करवा रहे हैं?


इधर,बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बीजेपी ने बस्तर में तेजी से धर्मांतरण होने का दावा किया है.बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस राज में आदिवासियों का उत्पीड़न अपनी चरम सीमा को लांघ रहा है.धर्मांतरण करने वालों के हौसले कांग्रेस सरकार के संरक्षण की वजह से इतने बुलंद हैं कि अब वो हिंसक हो चले हैं.अब प्रदेश में धारदार हथियारों से हमला करके आदिवासियों को ईसाई मिशनरी द्वारा धर्मांतरण के लिए विवश किया जा रहा है. यह हालात इतिहास के पन्नों में काले अक्षरों में अंकित होंगे.


भारी पुलिस बल की तैनाती


गौरतलब है पिछले कुछ दिनों से नारायणपुर जिले में दो समुदाय के बीच जमकर बहस जारी है.सोमवार को प्रशासन ने दोनों समाज के बीच शांति बहाली के लिए बैठक बुलाई थी.लेकिन चर्च में तोड़फोड़ शुरू हो गई. ग्रामीण आदिवासियों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो आदिवासी पुलिस पर ही टूट पड़े.जिले के एसपी पर ही हमला हो गया.फिलहाल आज जिले में पुलिस जवानों की भारी संख्या में तैनात किया गया है.आज अबतक किसी प्रकार की हिंसा की खबरें नहीं आई हैं.


ये भी पढ़ें


Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में ज्वाइनिंग न करने वाले चिकित्सकों पर सरकार हुई सख्त, होगी बॉन्ड की वसूली