Janjgir-Champa News: वर्तमान समय में अधिकतर युवा और बुजुर्ग नशे का सेवन करते है, लेकिन अब धीरे धीरे बदलते समय और गलत संगत में पड़कर नाबालिग बच्चे भी नशे की गिरफ्त में तेजी से आ रहे हैं. वो अपने स्वास्थ्य के साथ अपना भविष्य भी खराब कर रहे हैं. 


वहीं इन सबके बीच छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नवगठित सक्ती (Sakti) जिले में एक गांव ऐसा है, जहां नाबालिग नशा करना तो दूर उसके बारे में सोचने से भी डरते है. यहां पंचायत का ऐसा सख्त कानून है, जिसे सुनकर ही नशे की बात छूमंतर हो जाती है.


शराब बेचने पर 20 हजार जुर्माना


सक्ती जिले के परसाडीह गांव में नाबालिगों को तम्बाकू युक्त सामग्री देने वालों के ऊपर पांच हजार का जुर्माना लगाया जाता है. वहीं अगर यहां शराब बेचते पाए गए तो दंड के रूप में 20 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान ग्राम पंचायत के द्वारा रखा गया है. इसके अलावा गांव में चोरी, छेड़छाड़ और अन्य अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए यहां कड़े कानून बनाए गए हैं. ये कानून बीते सात साल से बिना किसी विवाद के ग्रामीणों के ऊपर लागू है. इस कानून पर ग्रामीणों का भी पूरा समर्थन ग्राम पंचायत को मिलते आ रहा है. ग्राम पंचायत में ही सभी विवादों का निपटारा हो जाता है.


इस गांव में ग्रामीण पुलिस की मदद बहुत कम ही लेते हैं, जिससे जिले के पुलिस अधीक्षक ने भी इस गांव की सराहना की है. कुछ दिन पहले जब आबकारी विभाग की टीम ने छापेमारी करते हुए अवैध शराब पर कार्रवाई की तो ग्राम पंचायत के सरपंच की तरफ से पांच हजार रुपये का चेक इनाम के तौर पर आबकारी विभाग को दिया गया था. वहीं इस दंड की राशि को आवश्यकता अनुसार ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में खर्च कर दिया जाता है. 


युवाओं में आई जागरूकता


नशे के खिलाफ ग्राम पंचायत के इस फरमान से ग्रामीण युवाओं में जागरूकता तो आई है. साथ ही गांव की सामाजिक स्थिति में स्थिति में सुधार भी है. वहीं गांव की महिलाएं भी इस पहल से काफी खुश नजर आती हैं. गांव के बुजुर्ग आने वाले पीढ़ी के लिए  इस पहल को अच्छा मान रहे है. पंचायत के इस कार्य की हर कोई सराहना कर रहा है.


Bilaspur: वायरल होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने डिलीट क्यों किया ट्वीट? लोगों की खुशी 3 घंटे में हुई काफूर