Janjgir Champa News: छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के बाराद्वार के गांव तांदुलडीह में दो सगे भाइयों की मौत का मामला सामने आया है. वहीं एक अन्य युवक और तीन महिला अचेत अवस्था में सक्ती जिला अस्पताल में भर्ती हैं. माना जा रहा है दोनों सगे भाइयों की मौत अंधविश्वास और तांत्रिक साधना करने के चलते हुई है.
 
गुरुवार (18 अक्टूबर) की रात स्थानीय किरीट बाई के घर में तंत्र विद्या के लिए पूरा परिवार जुटा हुआ था, इसी दौरान दो सगे भाई विकास और विक्रम गंभीर रूप से अचेत हो गए. दोनों युवकों को गंभीर अवस्था में सक्ती के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहीं दो महिलाएं और एक पुरुष भी अचेत अवस्था में अस्पताल में भर्ती है.


'ये स्वाभाविक मौत नहीं है'
जिन दो लोगों की मौत हुई, उनके शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सक्ती बीएमओ डॉ. सूरज सिंह राठौर ने बताया कि दोनों भाइयों की एक साथ मौत स्वाभाविक नहीं है. धुएं और दम घुटने के अलावा अन्य नशीले तत्वों से मौत होने की आशंका जताई है. वहीं, पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट आने पर मौत के रहस्य का खुलासा हो सकेगा.


पूरे गांव में सनसनी का माहौल
सक्ती एसडीओपी मनीष कंवर ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर जिले के तांदुलडीह में तंत्र साधना और विशेष पूजा पाठ के साथ तेज आवाज में जय गुरुदेव के जयकारे की आवाज आती रही. इससे ग्रामीण और पड़ोसियों में भय और दहशत का माहौल बना हुआ था. वहीं दोनों सगे भाइयों की मौत से पूरे गांव में सनसनी का माहौल है. इलाके के लोग दहशत में हैं.


जल्द ही किया जाएगा मामले में बड़ा खुलासा 
घर में चिकित्सकों, एफएसएल की टीम और पुलिस के टीम ने संयुक्त रूप से तस्दीक की. जहां पूजा पाठ, कॉपी किताब के साथ ही अन्य दवाओं के जड़ी बूटी बरामद की है. जिसे जांच में शामिल किया गया है. मौत की गुत्थी को सुलझाने में सक्ती पुलिस जांच जुटी हुई है. माना जा रहा है जल्द ही मामले में बड़ा खुलासा किया जाएगा.


इधर तांदुलडीह के ग्रामीणों ने बताया कि तंत्र साधना क्रिया और अंधविश्वास ने तांदुलडीह में सनसनी फैला दी है. गांव का हर शख्स दहशत और डर से जूझ रहा है. जय गुरुदेव की क्रिया से दो सगे भाई विक्रम और विक्की मौत की नींद सो गए हैं. 


'अंध विश्वास जैसी क्रिया से बचना चाहिए'
वहीं, मृतक के चाचा जयलाल सिदार और गांव के सरपंच प्रतिनिधि गणेशराम लहरे ने ग्रामीणों से अपील की है कि अंधविश्वास और तंत्र साधना जैसी क्रिया से बचना चाहिए. आज के इस आधुनिक दुनिया में चिकित्सा उपचार से ही इलाज करना चाहिए. इस घटना से लोगों को संज्ञान लेकर सावधानी बरतनी चाहिए. फिलहाल बिलासपुर से तांदुलडीह पहुंची फॉरेंसिक विभाग और पुलिस की टीम अभी भी लोगों से पूछताछ के साथ मामले की जांच में जुटी है.


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