छत्तीसगढ़ का सरगुजा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर अब हाईटेक हो गया है. प्रदेश के दो महानगरों की तर्ज़ पर अब अम्बिकापुर शहर भी थर्ड आई की निगरानी में रहेगा. शहर के लगभग सभी छोटे बड़े चौक, चौराहों पर अब पुलिस एक जगह बैठकर नज़र रख सकेगी. स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में आज एक आयोजन के दौरान सूबे के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने इंट्रीग्रेटेड सीसीटीवी कंट्रोल रूम का शुभारंभ किया.
कल तक सरगुजा पुलिस को अपराध के अपराधियों को पकड़ने चौक, चौराहों गली, मोहल्ले के निजी संस्थानों और घरों में लगे सीसीटीवी की मदद लेनी पड़ती थी, लेकिन अब प्रदेश के रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जैसे महानगरों की तर्ज़ पर अम्बिकापुर पुलिस भी तीसरी आंख के सहारे अपराधियों तक पहुंचने के लिए तैयार हो गया है.
अपराधियों की गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए सरगुजा पुलिस और जिला प्रशासन ने लगभग 80 लाख रुपए से अधिक की लागत से शहर 35 चौक-चौराहों पर 97 सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं.
अब पुलिस जवान हर समय एक ही कमरे में बैठकर पूरे शहर की गतिविधियों पर नजर रख सकेंगे, ऐसे में अपराध को रोकने और अपराधियों को पकड़ने में पुलिस को मदद मिलेगी. सरगुजा एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि इंटीग्रेटेड सीसीटीवी कंट्रोल रूम का शुभारंभ किया गया है. जिसमें 35 जगहों पर बुलेट कैमरा, मोटराइज्ड कैमरा, एनपीआर कैमरा सहित पैनोरमिक कैमरा लगाए गए हैं. इससे अपराध नियंत्रण पर पूर्णता रोकथाम लगाने पर सफलता मिलेगी.
कैमरा लगाने वाली कंपनी के संचालक सैयद रज्जाक अली ने बताया कि ऑप्टिकल फाइबर के द्वारा कैमरे की कनेक्टिविटी की गई है, साथ ही जिन कैमरों का उपयोग किया गया है. यह कैमरा अत्याधुनिक कैमरा है, जिसमें तेज रफ्तार वाहन भी इस कैमरे की नजर से नहीं बच सकेंगे. जिससे होने वाले अपराधो को रोकने में महत्वपूर्ण योगदान इन कैमरों का रहेगा.
अम्बिकापुर शहर पर नजर रखने के लिए हर चौक चौराहे पर जो हाईटेक कैमरे लगाए गए है, इसके लिए आठ लाख रूपये पुलिस मुख्यालय से मिले है, जबकि 71 लाख रूपए कलेक्टर कुंदन कुमार ने डीएमएफ (डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड) से दिए है. अम्बिकापुर शहर पर महानगरों की तर्ज पर नजर रखने के लिए सरगुजा जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा करीब 80 लाख रुपए की लागत खर्च की गई है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है, इस पहल से शहर में अपराधों में कमी आएगी और अवैध गतिविधियों पर भी लगाम लगेगी.
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