Dantewada: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में आरक्षण का मुद्दा एक बार फिर गरमाया हुआ है और अब आरक्षण की मांग को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने दंतेवाड़ा से राजधानी रायपुर तक पदयात्रा करने का मन बना लिया है. सोमवार को दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर से सर्व आदिवासी समाज ने इस पद यात्रा की शुरुआत भी कर दी है, लगभग 390 किलोमीटर की पदयात्रा 11 या 12 फरवरी को रायपुर में राजभवन पहुंचेगी और यहां ज्ञापन सौंपकर राज्यपाल से आरक्षण पर हस्ताक्षर करने की मांग करेगी.
बिल पर हस्ताक्षर नहीं होने से नहीं मिल पा रहा आरक्षण का लाभ
सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से आरक्षण बिल को महामहिम राज्यपाल को सौंपे डेढ़ महीने बीत चुके हैं लेकिन अब तक राज्यपाल ने इस पर अपने हस्ताक्षर नहीं किए हैं, जिस वजह से ST/ SC और OBC वर्ग के लोगो को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इस वजह से कई युवाओं की नौकरी भी रुकी हुई है. साथ ही आदिवासी समाज के सरकारी कर्मचारियों का प्रमोशन भी अटका हुआ है. इसके अलावा अनुसूचितय जनजाति वर्ग के लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते सर्व आदिवासी समाज राज्यपाल को आरक्षण बिल पर जल्द कोई निर्णय लेने के लिए 390 किलोमीटर की पद यात्रा निकाल रहा है.
12 दिनों में तय करेंगे 390 किलोमीटर की पदयात्रा
आदिवासी अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य गणेश सिंह ध्रुव ने बताया कि आरक्षण पर हस्ताक्षर नहीं होने से आदिवासी वर्ग के युवाओं को नौकरी संबंधी, सरकारी कर्मचारियों के प्रमोशन और अन्य जरूरी कार्य पूरी तरह से अटके हुए हैं .इससे पहले भी राज्यपाल को आरक्षण को लेकर ज्ञापन दिया गया था,लेकिन अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया, जिसके चलते इस पद यात्रा की शुरुआत की गई है . उन्होंने बताया कि पदयात्रा में दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कोंडागांव , कांकेर से भी सर्व आदिवासी समाज के लोग जुड़ते जाएंगे.यह यात्रा करीब 11 दिनों के बाद रायपुर पहुंचेगी, इसके बाद राज्यपाल को समाज के पदाधिकारी ज्ञापन सौंपेंगे और मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे. 390 किलोमीटर की पदयात्रा में युवाओं के साथ और समाज के पदाधिकारी भी मौजूद हैं.
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