Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बड़ी मात्रा में जैविक खाद का उत्पादन होने से दुर्ग जिले में पहली बार एक्सक्लूसिव ऑर्गेनिक प्रोडक्ट बेचने के लिए सीमार्ट बनाया जाएगा. सीमार्ट से इन जैविक खादों का विक्रय एक जगह हो सकेगा. इसके लिए दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने अधिकारियों को जगह चिन्ह अंकित करने के निर्देश दिए हैं. जिससे दुर्ग जिले के किसानों को एक ही जगह पर खेती के लिए ऑर्गेनिक प्रोडक्ट मिल सके.
किसानों को एक ही जगह पर मिलेगा आर्गेनिक प्रोडक्ट
बता दें कि जिले की बाड़ियों में बड़े पैमाने पर जैविक सब्जियों का उत्पादन हो रहा है और इनकी बिक्री भी हो रही है. सीमार्ट में एक जगह उपलब्ध हो जाने से इनका उचित मूल्य विक्रेताओं को मिल सकेगा. साथ ही जैविक उत्पाद के ग्राहकों के लिए भी अच्छा बाजार उपलब्ध हो सकेगा. कलेक्टर ने जिले में सुगंधित चावल का उत्पादन करने वाले किसानों से भी संपर्क करने कृषि विभाग को निर्देशित किया है जो जैविक खाद का उपयोग कर सुगंधित चावल का उत्पादन कर रहे हैं.
महिला स्व सहायता समूह को अच्छी आमदनी भी होगी
जैविक खाद से बने फलों का विक्रय भी इसी सीमार्ट में हो सकेगा. कलेक्टर ने इस संबंध में निगम के अधिकारियों से चर्चा भी की. उन्होंने कहा कि शहरों में लोगों को जैविक उत्पादों की तलाश रहती है लेकिन मार्केट में एक जगह जैविक उत्पाद नहीं मिलने की वजह से उन्हें परेशानी होती है. इसके साथ ही इस बात का चिन्हांकन करना भी कठिन होता है कि कौन-सा जैविक उत्पाद है और कौन सा जैविक उत्पाद नहीं है. स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा उत्पादित सामग्रियों को एक जगह उपलब्ध कराने से इसकी विश्वसनीयता भी रहेगी और समूह की महिलाओं की भी अच्छी आय होगी.
डीएम ने क्या कहा?
कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री की निर्देश के अनुरुप इस तरह से जैविक पदार्थों के विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराने से समूहों का प्रॉफिट मार्जिन काफी बढ़ेगा और इससे अन्य समूह भी जैविक खेती की ओर और फलों और सब्जियों के उत्पादन की ओर आकर्षित होंगे.
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