Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बालोद (Balod) जिला क्षेत्र के डौंडीलोहारा ब्लॉक के गांव मुड़खुसरा में खुदाई के दौरान एक छोटा सा शिवलिंग मिला है. शिवलिंग के मिलने से लोग इसे आस्था से जोड़कर देख रहे हैं. साथ ही यहां के स्थानीय लोग शिवलिंग की पूजा अर्चना में जुट गए हैं. अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि शिवलिंग कौन से सदी का है. जिला प्रशासन ने पुरातत्व विभाग को इसकी जानकारी दे दी है. पुरातत्व विभाग के जांच के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह शिवलिंग प्राचीन है या फिर कुछ और है?


बालोद जिले की डौंडीलोहारा ब्लाक के ग्राम मुड़खुसरा में निर्माण कार्य के दौरान खुदाई में एक शिवलिंग मिलने से पूरे जिले में हलचल मच गई है. वहीं लोग इसे अब आस्था से जोड़कर देख रहे हैं. आपको बता दें कि अभी तक शिवलिंग को लेकर किसी तरह की कोई भी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है. यह शिवलिंग कितना पुराना है? प्रशासनिक अधिकारियों से जब इस संदर्भ में चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि शिवलिंग की जांच के लिए उसे पुरातत्व विभाग के पास भेजा जाएगा. तब इसकी पूरी जानकारी मिल पाएगी.


जानिए खुदाई के दौरान क्या हुआ?
जब खुदाई के दौरान जमीन से शिवलिंग निकला तो खुदाई का काम कर रहे मजदूर इसे आस्था से जोड़ कर देखने लगे. मजदूरों के साथ-साथ अन्य लोग भी शिवलिंग की पूजा करने लगे. खुदाई कार्य में लगे मजदूरों ने बताया कि जब खुदाई की जा रही थी तो जमीन के नीचे कुछ कठोर चीज होने का एहसास हुआ. इसके बाद धीरे-धीरे उस जगह की खुदाई की गई. इसके बाद एक छोटा सा शिवलिंग खुदाई के दौरान निकला है.


लोगों ने जताई मंदिर होने की आशंका
जिस जगह पर शिवलिंग मिला है उस जगह पर लोग अब कयास लगा रहे हैं कि यहां पर कभी ना कभी कोई प्राचीन मंदिर रहा होगा. इसके बाद लोग जानकारी इकट्ठा करने में जुट गए हैं कि इस जगह पर प्राचीन समय में कोई मंदिर तो नहीं था. हालांकि, अब तक उस जगह पर मंदिर होने की बात की पुष्टि नहीं हो पाई है. प्रशासन भी जांच में जुटा है कि आखिर यह शिवलिंग इतनी गहराई में कैसे पहुंचा. जमीन से खुदाई के दौरान शिवलिंग निकलने की बात आस-पास के गांव में फैली तो लोग इसे आस्था से जोड़ कर देखने लगे.


लोगों ने शुरू की शिवलिंग की पूजा अर्चना
इसके बाद भारी संख्या में नारियल और अगरबत्ती लेकर इस शिवलिंग की पूजा करने लगे. लोगों का यह मानना है कि अगर यहां पर शिवलिंग निकला है तो जरूर यहां पर प्राचीन मंदिर होगा. लोग इसे आस्था से जोड़कर देख रहे हैं लोगों का कहना है कि अगर यहां शिवलिंग निकला है तो यहां पर जरूर मंदिर बनना चाहिए. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह शिवलिंग यहां कैसे आई या फिर वाकई में यह जमीन के अंदर गड़ा हुआ था. शिवलिंग कितना प्राचीन है यह पुरातत्व विभाग के जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा.



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