Chhattisgarh News: दीपावली इस महीने की 24 तारीख को है. दीपावली के अवसर पर पूजा-पाठ और पवित्र संस्कार पांच दिन पहले से शुरू हो जाते हैं. ऐसे में शहरों में पूजा पाठ के लिए लिपाई करने या गौरी गणेश बनाने के साथ-साथ स्थान की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए देशी गाय के गोबर की उपलब्धता एक बड़ी समस्या होती है. वहीं इस साल शहरों में पूजा घर की लिपाई के लिए कोई परेशानी नहीं है. आपको बताते है छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के रायपुर (Raipur) में कहां से सस्ते में अपको लिपाई का गोबर मिलेगा.


पूजा घर की लिपाई के लिए गोबर
दरअसल हिन्दू धर्म में तीज त्योहारों में देशी गाय के गोबर के उपयोग का अपना अलग ही महत्व है. कंक्रीट के रेगिस्तान की तरह बढ़ते शहरों में देशी गाय का गोबर मिलना लोगों के लिए बेहद मशक्कत का काम होता है. कई बार ऐसे अवसरों पर दूर शहर के बाहर के गांवो से गोबर ग्रामीणों से मांगकर लाना पड़ता है. इस दिवाली इस समस्याओं का रायपुर शहरवासियों को सामना नहीं करना पड़ेगा. रायपुर में केवल 10 रुपये में लिपाई के लिए गोबर मिलेगा.


सी मार्ट में होगी गोबर की बिक्री
दरअसल रायपुर के गोकुल नगर गौठान की देशी गायों का गोबर अब सी-मार्ट में लोगों को किफायती दामों पर उपलब्ध रहेगा. गोकुल नगर जोन 6 के गौठान में काम कर रही महिला स्व सहायता समूह की सदस्य देशी गाय के गोबर की आकर्षक पैकिंग कर रही है. यहां लिपाई के लिए देशी गाय के गोबर में रंग मिलाकर उसे लाल पीला हरा और बैगनी रंग दिया जा रहा है. यह देशी गाय का गोबर एक किलो के पैकेट्स में सी-मार्ट में लोगों के लिए उपलब्ध रहेगा. 
 
3 टन लिपाई गोबर का मिला ऑर्डर
स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष नीलम अग्रवाल ने बताया कि पिछले साल लिपाई का गोबर मांगने बहुत से लोग आते थे, जिन्हें मुफ्त में गोबर दिया गया था. इसलिए इस साल महिलाओं के लिए आमदनी का नया जरिया बनाकर इसे गौठान में ही तैयार करके बेचने का निर्णय लिया गया है. गौठान में 400 से अधिक देशी गाय है जिनसे हर रोज करीब 3 हजार किलो गोबर मिलता है इस गोबर का उपयोग करके यहां कई प्रकार के उत्पाद बनाए जाते है और इस साल दीपावली से पहले तीन टन लिपाई का गोबर तैयार करने का लक्ष्य महिला समूह द्वारा रखा गया है. इसे सी-मार्ट के माध्यम से बेचा जाएगा.


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