Chhattisgarh Socio-Economic Survey 2023: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के ग्रामीण इलाकों में 11 साल बाद सर्वे होने जा रहा है. राज्य ग्रामीणों इलाकों में अबतक कितने लोगों को सरकारी योजना का लाभ मिला और कितने लोगों के नाम लिस्ट में शामिल नहीं है. इस तरह की जानकारी जुटाने के लिए राज्य शासन की तरफ से ये कदम उठाया जा रहा है. इसकी शुरुआत आज से हो जाएगी. आज से गांव गांव में सर्वे टीम पहुंच कर जरूरी जानकारी जुटाएगी. 


दरअसल, राज्य में प्रदेशव्यापी सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 (Socio-Economic Survey 2023) का काम एक अप्रैल यानी आज से शुरू हो रहा है. सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) मुख्यमंत्री निवास से हरी झंड़ी दिखाकर गणना करने वाली टीम को सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण कार्य के लिए रवाना करेंगे. सरकार की तरफ से बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 को लेकर सरकार ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. सरकार ने सर्वे के लिए पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग को नोडल विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है.


कराया जा रहा है सर्वे
पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 को लेकर कलेक्टरों को दिशा-निर्देश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण का उद्देश्य पिछले सालों में शासन की योजनाओं का जनसामान्य के जीवन स्तर पर पड़े प्रभाव का आंकलन करना है. साथ ही इस सर्वे से, प्राप्त डेटा का उपयोग भविष्य में हर योजना का बेहतर क्रियान्वयन और नई योजनाओं को तैयार करने के लिए किया जाएगा. अपर मुख्य सचिव पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग सुब्रत साहू ने आदेश जारी कर इस काम के समन्वय, क्रियान्वयन, पर्यवेक्षण और संचालन के लिए पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव गौरव सिंह को नोडल अधिकारी बनाया है. इसके अलावा अपर विकास आयुक्त व्हीपी तिर्की और पंचायत के उप संचालक दिनेश अग्रवाल को सहायक नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी है. वहीं राज्य स्तर पर शासन से सम्बंधित कार्यों को करने के लिए पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव अशोक चौबे को नोडल अधिकारी बनाया गया है.


1 महीने में हो पूरा जाएगा सर्वे का काम
गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के लिए सभी जिलों के कलेक्टरों को अपने-अपने जिले का नोडल अधिकारी बनाया गया है. जिले में रहने वाले ग्रामीण परिवारों के सर्वेक्षण का काम 30 अप्रैल 2023 तक पूरा किया जाना है. इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में सर्वे कार्य के लिए एक गणना करने वाली टीम का गठन किया गया है. जिसमें एक पुरुष और एक महिला सदस्य शामिल हैं. ऐसी ग्राम पंचायत जहां परिवारों की संख्या अधिक है, वहां एक से अधिक गणना टीम सर्वेक्षण कार्य के लिए नियुक्त की गई है. वहीं गणना टीम के कार्यों की मॉनिटरिंग और उनको जरूरी सहयोग के लिए सुपरवाइजर भी नियुक्त किए गए हैं.


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