Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 11 जनवरी को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर को लेकर CRPF और नक्सली दोनों ने हीं पर्चा जारी किया है. बुधवार सुबह से ही सुकमा जिले से खबर निकल कर आ रही थी कि पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में 6 जवान घायल हुए हैं. लेकिन देर शाम CRPF ने प्रेस नोट जारी कर इस तरह की किसी भी घटना से इंकार किया है.


दरअसल चौपर पर नक्सलियों की ओर फायरिंग करने की बात सामने आई थी, लेकिन इस फायरिंग में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा. वहीं दूसरी तरफ तेलंगाना के ग्रेहाउंडस पुलिस ने भी सर्जिकल स्ट्राइक कर नक्सली कमांडर हिड़मा को मुठभेड़ में मार गिराने की भी बात कही थी, लेकिन इसकी भी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई. वहीं नक्सलियों ने भी देर शाम प्रेस नोट जारी कर पुलिस पर भी 11 जनवरी को सुकमा के कई इलाके में हवाई हमले करने का आरोप लगाया है.


पुलिस पर लगाया  हवाई बमबारी का आरोप 
दरअसल नक्सलियों के दक्षिण बस्तर डिविजन कमेटी के प्रवक्ता गंगा ने इस प्रेस नोट को जारी किया है. इसमें लिखा है कि नक्सलियों को नुकसान पहुंचाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर दक्षिण बस्तर के कोर इलाके में हवाई हमले किए जा रहे हैं. 11 जनवरी को सुकमा जिले के मड़कनगुड़ा, मेटागुड़ा , साकीलेर, मड़पादुलेड, बोत्तलंका और रासापल्ली के जंगलों के साथ- साथ पहाड़ी इलाकों में ड्रोन और हेलीकॉप्टर से तेलंगाना और छत्तीसगढ़ पुलिस बमबारी कर रही है. 


नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर क्या लिखा
नक्सलियों ने लिखा है कि 15 अप्रैल 2022 को भी इस इलाके में पुलिस ने बमबारी की थी. उसके बाद 11 जनवरी को भी पुलिस की ओर से इस इलाके में बमबारी की गई है.नक्सलियों के PLGA को नुकसान पहुंचाने के लिए पिछले कुछ महीनों से लगातार इस इलाके में हेलीकॉप्टर से रेकी की जा रही है. ड्रोन और हेलीकॉप्टर से बम भी गिराए जा रहे हैं. हाल ही में छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री  अमित शाह ने 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले बस्तर से नक्सलवाद को खत्म करने का बयान दिया था.


11 जनवरी को हुई मुठभेड़ का जिक्र नहीं
अभियान  घेरा डालो और उन्मूलन करो के तहत छत्तीसगढ़ सरकार  और केंद्र सरकार बस्तर में तैनात अर्धसैनिक बलों के माध्यम से नक्सलियों पर हमले करा रही है.नक्सलियों ने लिखा है कि इस भीषण बमबारी से वहां रहने वाले ग्रामीण अपने खेतों में नहीं जा पा रहे हैं, जबकि धान में मिंजाई  का काम अभी जोरों पर है. नक्सलियों ने लिखा है कि इस हवाई हमले के खिलाफ स्थानीय लोग आंदोलन कर रहे हैं. वहीं इस प्रेस विज्ञप्ति में नक्सलियों ने  11 जनवरी को हुई मुठभेड़ और नक्सली कमांडर  हिड़मा  के मारे जाने को लेकर कोई  जिक्र नहीं किया है.


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