(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Raipur: एससी-एसटी युवाओं ने बिना कपड़ों के किया प्रदर्शन, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बोले- 'ये बीजेपी का प्लान'
Chhattisgarh News: रायपुर में एससी-एसटी युवाओं के बिना कपड़ों पर प्रदर्शन करने पर सियासी हलकों में हंगामा मच गया. पूर्व सीएम रमन सिंह ने भूपेश बघेल की सरकार पर निशाना साधा.
Bastar News: फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर पूरे छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार से कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार को युवाओं ने बिना कपड़ों के प्रदर्शन किया. विधानसभा का घेराव करने पहुंचे एसटी-एससी वर्ग के युवाओं के प्रदर्शन पर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस प्रदर्शन को भाजपा का प्लान बताया है. पीसीसी अध्यक्ष बनने के बाद मंगलवार को बस्तर पहुंचे दीपक बैज ने युवाओं के प्रदर्शन करने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि एसटी-एससी वर्ग के युवाओं के द्वारा जो प्रदर्शन किया गया है वह भाजपा की प्लानिंग है. बीते 15 सालों से भाजपा आदिवासियों का अजायब घर की तरह इस्तेमाल कर रही है और यह प्रदर्शन भी उसी के ही प्लानिंग है, लेकिन प्रदेश की जनता सब जानती है.
दरअसल, एसटी-एससी वर्ग के युवाओं का बिना कपड़ों के प्रदर्शन करने के मामले में पूरे प्रदेश भर में सियासी बवाल मचा हुआ है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह युवाओं के इस प्रदर्शन पर सीएम भूपेश बघेल पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि एसटी -एससी वर्ग के युवा सड़कों पर अपनी व्यथा लिए उसी दशा में प्रदर्शन कर रहे हैं, जिस दशा में भूपेश सरकार ने इन्हें पहुंचा दिया है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में व्यापक असंतोष है. दैनिक वेतन भोगी लंबे समय तक हड़ताल में हैं. उनकी बात कोई सुन नहीं रहा है. अनियमित कर्मचारियों का प्रदर्शन चल रहा है. आज तो सारी सीमाएं तोड़ दी गई. सरकार से नारागजी के लिए इतनी बड़ी संख्या में युवाओ ने कपड़े उतार कर प्रदर्शन किया. SC-ST आरक्षण पर गलत नियुक्ति पर लगातार सरकार को बताने के बाद भी उसमे ध्यान नहीं दे रही है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मंगलवार को छत्तीसगढ़ में SC-ST वर्ग के युवा बिना कपड़ों के विधानसभा घेराव करने पहुंचे थे. प्रदर्शनकारियों ने फर्जी जाति प्रमाण मामले पर सरकार से कार्रवाई करने की मांग की है. दर्जनों युवाओं ने पूरी तरह से कपड़े उतार कर सड़क में चलने लगे. इसके साथ हाथ में पोस्टर पकड़े कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इस हालत में युवाओं के प्रदर्शन को देखकर हड़कंप मच गया. इसी रास्ते में छत्तीसगढ़ सरकार के सभी मंत्री और राज्य के सभी विधायक गुजरकर विधानसभा गए. पुलिस को इस प्रदर्शन को जानकारी मिली तो सभी युवाओं को पुलिस ने पकड़ लिया. लेकिन तब तक युवाओं ने लोगों का ध्यान खींच लिया. जब पुलिस पकड़ने आई तो युवा बिना कपड़ों के सड़क पर तेजी से दौड़ने लगे और बड़ी मुश्किल से पुलिस ने युवाओं को पकड़ा.
प्रदर्शन कर रहे युवाओं का आरोप
प्रर्दशन कर रहे युवाओं का आरोप है कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद राज्य के अलग अलग सरकारी विभागों से शिकायत मिली थी कि गैर आरक्षित वर्ग के लोग आरक्षित वर्ग के कोटे में सरकारी नौकरी कर रहे हैं और राजनीति लाभ उठा रहे हैं. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने जांच करवाने के लिए छानबीन समिति का गठन किया. समिति की रिपोर्ट में 267 लोग गैर आरक्षित लोग आरक्षित कोटे पर महत्वपूर्ण पदों पर नौकरी कर रहे थे. इन्हें समान्य प्रशासन विभाग ने तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने का आदेश भी जारी किया था लेकिन यह आदेश केवल खानापूर्ति हुई है. आदेश का पालन नहीं किया गया है.