Raipur News: छत्तीसगढ़ के विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के निधन पर एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. मनोज मंडावी का राजकीय सम्मान के साथ उनका गृह ग्राम में आज अंतिम संस्कार किया जाएगा. इसका लिए राज्य सरकार की तरफ से आदेश जारी कर दिया है. इसकी जानकारी छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से ट्वीट कर बताया गया है.


मंडावी के निधन पर राजकीय शोक
दरअसल, मनोज मंडावी के निधन पर छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मनोज मंडावी के निधन पर दुख जताया है. वहीं राज्य सरकार ने आज एक दिवसीय राजकीय शोक की भी घोषणा की गई है. इसके अनुसार राजधानी रायपुर और कांकेर में आज राजकीय शोक रहेगा और इस अवधि में राजधानी रायपुर और कांकेर जिले स्थित समस्त शासकीय भवनों और जहां पर नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाते हैं, वहां पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे और शासकीय स्तर पर कोई मनोरंजन/सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा.


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इलाज के लिए चेन्नई जाने वाले थे मंडावी
आज सुबह 3 बार के विधायक मनोज मंडावी हार्ट से निधन हुआ है. धमतरी जिले में मनोज मंडावी ठहरे हुए थे लेकिन सुबह उनकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही थी. पर अस्पताल पहुंचने से पहले मनोज मंडावी की सांसे थम गई. फिर धमतरी के निजी अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया है.परिजनों का कहना है कि मनोज मंडावी अस्वस्थ थे. वे कल चेन्नई में इलाज करवाने जाने वाले थे.


3 बार के विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष थे मनोज मंडावी
मनोज मंडावी की राजनीति सफर के बारे में बात करें तो मनोज मंडावी कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर से कांग्रेस के विधायक है. वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष भी है. उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत 90 के दशक में युवा कांग्रेस में हुई थी. उस दौर में मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे. इसके बाद 1998 में पहली बार मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए थे, राज्य निर्माण के बाद अजीत जोगी शासन में छत्तीसगढ़ के गृह राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके है. इसके बाद 2013 और 2018 में भी मनोज मंडावी कांग्रेस से विधायक निर्वाचित हुए.