Chhattisgarh News: महुली में पुल नहीं होने से जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने को मजबूर बच्चे, एंबुलेंस आने के लिए नहीं कोई रास्ता
Chhattisgarh Latest News: सुरजपुर जिले के कई इलाकों में न सड़कें बनाई गई हैं और न ही बच्चों के स्कूल जाने के लिए नदी पर पुल बना है. जिससे उन्हें हर रोज जान जोखिम में डालकर स्कूल जाना पड़ता है.
Surajpur News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर (Surajpur) जिले में आजादी के 75 साल बाद भी दूरस्थ इलाके के लोग मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे है. ओडगी ब्लॉक मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत महुली के पहाड़ पारा के स्कूली बच्चे आज भी बरसात के दिनों में उफनती नदी पार कर विद्यालय जाने को मजबूर हैं. पहाड़पारा के प्राथमिक पाठशाला को जोड़ने वाली सड़क में अभी तक पुल नहीं बनने से स्कूली बच्चों सहित पहाड़ पारा के ग्रामीणों को बरसात के दिनों में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
27-28 साल पुराना है स्कूल
ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल लगभग 27-28 साल पहले शुरू हुआ था. जिसे लगभग 20-22 साल तक एक झोपड़ी में संचालित किया जाता था. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि सरकार के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिए जाने से पहाड़ पारा के उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पहाड़ पारा को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए आज तक ना तो सड़क का निर्माण हुआ ना हीं पुल-पुलिया का निर्माण किया गया. कई बार जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासन की इस ओर ध्यान दिलाए जाने के बावजूद कोई पहल नहीं हो रही है.
एंबुलेंस आने के लिए नहीं कोई रास्ता
पहाड़ पारा के ग्रामीणों ने बताया कि अगर यहां अचानक किसी की तबीयत खराब हो गई तो यहां एंबुलेंस आने के लिए भी कोई रास्ता नहीं है. जिससे ग्रामीणों को खाट या साईकिल में मरीज को नदी पार कर मुख्य मार्ग तक ले जाना पड़ता है. विडंबना की बात तो ये है कि ग्राम पंचायत महुली के स्कूल पहाड़ पारा के बीच पड़ने वाली नदी में आज भी पुल नहीं बन पाया है. जिसकी वजह से बरसात के दिनों में स्कूल में कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को पूरे बरसात के महीने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. तेज बारिश होने पर नदी में बाढ़ की स्थिति बन जाती है और स्कूल की समय से पहले छुट्टी करनी पड़ती है.
बारिश में बच्चों की पढ़ाई होती प्रभावित
इसके अलावा स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी ऐसी ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं इस विषय में छात्राओं का कहना है कि बरसात के मौसम में स्कूल लगता है लेकिन समय से पहले ही छुट्टी हो जाती है और उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है. ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों सहित जिला प्रशासन से उक्त नदी में पुलिया निर्माण के साथ मुख्य मार्ग तक सड़क निर्माण की मांग की है. इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने एबीपी न्यूज से कहा कि बहुत से काम चल रहे हैं, कुछ प्रकिया में हैं, सेंक्शन हो रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि धीरे धीरे पुल पुलिया बन रहे है, रोड भी बन रहे है.