Surajpur News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर (Surajpur) में एक व्यक्ति को नहाते वक्त 'राम' लिखा हुआ पत्थर पानी में तैरता  (Floating Stone) हुआ मिला. यह पत्थर नदी के पानी में तैरता हुआ पाया गया जिससे स्थानीय लोगों में कौतुहल बढ़ गया है. लोगों ने इस पत्थर की पूजा-अर्चना शुरू कर दी है.  पत्थर को देखने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. सूरजपुर को लकरापारा गांव में ग्रामीण जन्माष्टमी (Janmashtami) के अवसर पर श्रीकृष्ण की मूर्ति स्थापित कर विधिवत पूजा-अर्चना कर रहे थे. इसी दरम्यान शुक्रवार की सुबह गांव का ही 40 वर्षीय मनीलाल राजवाड़े जन्माष्टमी उपवास के बाद घुनघुट्टा नदी में नहाने गया था. तभी उसने छत्तर घाट के पास एक पत्थर तैरता देख उसे पकड़ लिया.


ग्रामीण मनी लाल राजवाड़े ने बताया कि जब उसने पत्थर को देखा तो उसमें एक तरफ राम लिखा हुआ था. ग्रामीण 3-4 किलोग्राम के  पत्थर को अपने साथ लेकर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पूजा स्थल पर आया. ग्रामीण के हाथ में पत्थर को देखकर गांव वाले भौचक्के रह गए. इसके बाद लोगों ने वहीं पर एक बड़े ड्रम में पानी भरकर जब राम लिखित पत्थर को डाला तो वह पत्थर डूबने की बजाय ऊपर आ गया. 



राम लिखा हिस्सा ही दिखता है ऊपर
मजे की बात तो यह है कि पत्थर को जीतने बार पानी में अंदर धक्का देते हैं, उतने बार राम लिखा हिस्सा पानी में ऊपर ही रहता है. ग्रामीणों द्वारा पत्थर को एक चमत्कारिक रूप मानते हुए अब उसकी पूजा अर्चना शुरू कर दिया है. इस बात की जानकारी लगते ही पत्थर को देखने आसपास गांव के लोगों के भी पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. लोग इसे भगवान का एक चमत्कार मान रहे हैं.


रामेश्वरम में मौजूद हैं ऐसे पत्थर
इस मामले में जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो पानी में तैरने वाले पत्थर को प्यूमिक स्टोन कहते हैं और ये पत्थर ज्वालामुखी के लावा से बनते हैं. लावा जब ठंडा होता है तो ऐसे पत्थर बन जाते हैं, जिनका घनत्व कम होता है और उनमें हजारों छेद होते हैं और हल्के भी होते हैं. ये पत्थर स्पंज या डबल रोटी के जैसे दिखते हैं. देश में इस तरह के पत्थर रामेश्वरम और महाराष्ट्र में मौजूद हैं.


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