Chhattisgarh: पत्रकार को कांग्रेस नेता ने दी जान से मारने की धमकी, टीएस सिंहदेव ने कही ये बात
Surguja: पत्रकार को धमकी दिए जाने के मामले पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस तरह की घटना सामने आ रही है. ऐसा होना नहीं चाहिए.
Surguja News: एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून लाने की बात कहती है, खुद को आदिवासी हितैषी बताती है. वहीं दूसरी ओर उन्हीं के पार्टी के नेता आदिवासी पत्रकार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. मामला प्रदेश के सरगुजा जिले का है. यहां के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कार्यरत एक पत्रकार को खाद्यमंत्री अमरजीत भगत के खास और कांग्रेसी नेता ने खबर दिखाने को लेकर गाली गलौज की और करते हुए जान से मारने की धमकी दी है.
पत्रकार के साथ सत्ता पक्ष से जुड़े नेताओं के द्वारा ऐसा व्यवहार किए जाने को लेकर प्रदेशभर के कलमकार आक्रोशित हैं और दोषी नेता पर कार्रवाई की मांग कर रहे है. इधर खाद्यमंत्री के करीबी और प्रभावशाली नेता के की ओर से धमकी दिए जाने के बाद पत्रकार ने अपनी जान का खतरा बताते हुए अजाक थाना में शिकायत दी और धमकी देने वाले कांग्रेस नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है.
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में संवाददाता हैं सुशील कुमार
दरअसल, सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में रहकर सुशील कुमार बखला इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्यरत हैं. वो 16 दिसंबर को बतौली ब्लॉक अंतर्गत ग्राम चिरंगा गांव गए थे. यहां एलुमिना रिफाइनरी प्राइवेट लिमिटेड के विरोध में ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे थे. इसी की सूचना मिलने पर सुशील कुमार चिरंगा गांव में पहुंचकर खबर की कवरेज कर रहे थे. इस दौरान शाम पांच बजे इरफान सिद्दकी जो खाद्यमंत्री अमरजीत भगत के खास हैं. उनका फोन सुशील के पास आया.
वो प्लांट की खबर दिखाने को लेकर सुशील से गाली गलौज करने लगे. यही नहीं फोन पर इरफान सिद्दकी ने कहा कि अपने दिन गिन लो. वहां से भागो नहीं तो जान से मरवा दूंगा. इसके अलावा युवा पत्रकार सुशील कुमार को इरफान सिद्दकी ने चिरंगा गांव से वापसी के दौरान दरिमा मोड पर रोका और उनके साथ जातिगत गाली गलौज भी की.
पत्रकार ने थाने में दी शिकायत
इस घटना की शिकायत पीड़ित पत्रकार सुशील ने अजाक थाना अम्बिकापुर में दी है और कांग्रेस नेता इरफान सिद्दकी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है. पत्रकार ने आशंका जताई है कि, इरफान सिद्दकी प्रभावशाली हैं और कांग्रेस के नेता है, वो मेरे साथ किसी भी तरह की अप्रीय घटना को अंजाम दे सकते हैं. चूंकि, पत्रकार खबर बनाने के लिए जिले के अलग अलग गांव में जाते हैं. ऐसे में उनको डर है कि, इरफान सिद्दकी किसी भी माध्यम से उसके साथ किसी भी तरह की घटना कर सकते हैं. पत्रकार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि, इरफान सिद्दकी उनको पहले भी कई जगहों पर सार्वजनिक रूप से गाली देकर अपमानित कर चुके हैं. इतना ही नहीं उसे जान से मारने की धमकी भी है.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने क्या कहा
पत्रकार को धमकी दिए जाने के मामले पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा "यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस तरह की घटना सामने आ रही है. ऐसा होना नहीं चाहिए. अगर प्रशासन कार्यवाही नहीं कर रहा है तो न्यायालय जाना चाहिए." इधर इस मसले को लेकर खाद्यमंत्री अमरजीत भगत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, व्यक्तिगत मामला हो तो उसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए. अनुसूचित जनजाति थाना प्रभारी सरोज टोप्पो ने कहा, सुशील कुमार बखला अम्बिकापुर नवापारा का रहने वाला है. उसने शिकायत की है कि इरफान सिद्दकी ने उसके साथ जातिगत गाली गलौज की है. उनके खिलाफ जांच में जो पाया जाएगा. उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी नेता केदार कश्यप ने भी दी प्रतिक्रिया
इस मामले को लेकर वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा "15 दिसंबर को अम्बिकापुर के चिरंगा गांव में वहां के ग्रामीण एलुमिना रिफाइनरी प्राइवेट लिमिटेड के विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे थे. वहां मंत्री अमरजीत भगत गए हुए थे. इस दौरान ग्रामीणों ने उनका भी घेराव किया. 16 दिसंबर को सुशील कुमार बखला जो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संवाददाता हैं. वहां की रिपोर्टिंग करने गए थे. उनके साथ कांग्रेस नेता और अमरजीत भगत के खास इरफान सिद्दकी ने बद्तमीजी की और फोन से धमकी दी. उन्होंने पत्रकार को जातिगत रूप से गाली दी, क्योंकि वो आदिवासी समाज से है."
उन्होंने कहा आदिवासी समाज की क्या हैसियत, इस कांग्रेस सरकार में हमारे लोगों को किस तरीके से जातिगत रूप से प्रताड़ित किया जाता है, गाली गलौज की जाती है. ये उनके बातचीत के ऑडियो से सुना जा सकता है. पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी गई है, लेकिन कहीं न कहीं से ऐसे लोगों को कांग्रेस की सरकार में बैठे हुए लोगों का संरक्षण प्राप्त है. ऐसे लोग आज खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे है. इरफान सिद्दकी जैसे लोग आज कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं और यहां लूटपाट, और हमारे आदिवासी समाज को प्रताड़ित करने का काम कर रहे हैं. हमारी मांग है कि, ऐसे लोगों पर तत्काल कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए."