Chhattisgarh News: सरगुजा और कोरिया में फसलों को नुकसान पहुंचा रहा हाथियों का दल, दहशत में रातभर जागते हैं ग्रामीण
Chhattisgarh Latest News: सरगुजा जिले के अलावा कोरिया जिले में भी हाथियों का आतंक बरकरार है. वन विभाग द्वारा क्षति का आंकलन किया जा रहा है. प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा.
Surguja News: सरगुजा जिले के सीतापुर वन परिक्षेत्र में दो दिन पहले जशपुर की ओर से प्रवेश करने वाले 40 हाथियों के दल के पत्थलगांव रेंज में चले जाने के बाद फिर से हाथियों का यह दल सीतापुर रेंज के दूसरे छोर में पहुंच गया है और ग्रामीणों के खेतों में लगे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. कल रात हाथियों का यह दल मैनपाट रेंज की सीमा पर स्थित बेलगांव तक भी पहुंच गया और पुनः उलकिया, बंशीपुर, आरा ग्राम से लगे जंगल क्षेत्र में विचरण कर रहा है.
उधर तीन हाथी अब भी ललितपुर गांव से लगे जंगल क्षेत्र में डेरा जमाए हुए है. दो दिन पहले 40 की संख्या में हाथियों के विचरण से ढोढागांव, कुनमेरा व घासीडीह के ग्रामीण सहमे रहे और ग्रामीण युवाओं के साथ वन विभाग का मैदानी अमला हाथियों की निगरानी में जुटा रहा.
दूसरे दिन हाथियों के इस दल के पत्थलगांव रेंज में चले जाने के बाद वन विभाग के साथ ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली थी. लेकिन गुरुवार को फिर से हाथियों के वापस लौट आने के बाद ग्रामीण दहशत में हैं. बुधवार रात लगभग 10 बजे उलकिया, बंशीपुर, आरा में विचरण के बाद हाथियों का यह दल मैनपाट सीमा के बेलगांव सीमा तक पहुंच गया था.
सीतापुर वन परिक्षेत्र अधिकारी विजय तिवारी ने बताया कि हाथियों के विचरण क्षेत्र और संभावित गांवों में मुनादी करा दी गई है और लोगों को समझाइश दी गई है कि वे हाथियों के निकट जाने का प्रयास ना करें और ना ही उनसे कोई छेड़छाड़ करें.
गौरतलब है कि हाथियों का दल लगातार किसानों के खेतों में लगे फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है और एक अनुमान के मुताबिक पिछले तीन दिनों में पांच हेक्टेयर खेत में लगे फसलों को हाथियों ने रौंद दिया है. वन विभाग द्वारा क्षति का आंकलन किया जा रहा है. इसके बाद प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा.
बता दें कि सरगुजा जिले के अलावा कोरिया जिले में भी हाथियों का आतंक बरकरार है. कोरिया वन मंडल के देवगढ़ रेंज में कई दिनों से विचरण कर रहे हाथियों के 15 सदस्यीय दल द्वारा गत दिवस तीन किसानों के फसलों को रौंदकर क्षति पहुंचाई गई.वहीं एक ग्रामीण के मकान को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. फसल क्षति का आंकलन विभाग के द्वारा कराया जा रहा है ताकि जल्द प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति प्रदान किया जा सके.
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