अम्बिकापुर: गर्मी का मौसम शुरू होते की पानी की समस्याएं (Water Crisis) शुरू हो जाती है. पहाड़ी और पथरीले इलाकों में बसे लोगों के लिए ये वक्त मुश्किलों भरा रहता है, क्योंकि जल स्तर (Water Level) नीचे चले जाने से हैंडपंप भी जवाब दे जाते हैं. जिसकी वजह से लोगों को पानी के लिए नदी नाले और छोटे मोटे झरनों पर आश्रित रहना पड़ता है. ऐसा ही कुछ  छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Surguja) जिले के लब्जी गांव में हो रहा है. जहां पानी की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीण जुगाड से पहाड़ का पानी गांव तक ले लाए.

 

जामा गांव के ग्रामीण पानी की समस्या से परेशान

लखनपुर ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम पंचायत लब्जी के आश्रित ग्राम जामा के ग्रामीण आज भी पानी की समस्या से जूझ रहे है. इस गांव में 4 नल है, जिसमे से एक नल सही है, लेकिन उसमे गंदा पानी आता है. वहीं 3 अन्य नलों को पीएचई विभाग ने नल जल योजना के लिए निकाल दिया है. पीएचई विभाग द्वारा 3 नल को नल जल योजना के लिए निकाल तो दिया गया लेकिन गांव में अब तक नल जल योजना नहीं पहुंच पाई है. जिससे ग्रामीणों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.



 

इस तरकीब से पहाड़ से गांव तक पानी लाए ग्रामीण

इधर गांव के सभी हैंडपंप बंद हो जाने से पानी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने एक तरकीब निकाली और गांव में निवासरत सभी 70 परिवारों से चंदा कर पाइप खरीदी और उस पाइप को 1 किलोमीटर दूर पहाड़ में बहने वाले झरना से कनेक्ट कर दिया. जिससे झरना का पानी गांव तक पहुंच रहा है. उसी पानी को ग्रामीण अपने दिनचर्या के हिसाब से उपयोग कर रहे है.

 

नल जल योजना का क्रियान्वयन न होने से ग्रामीण परेशान

लामा गांव के युवा दिनेश तिर्की ने बताया कि यहां पानी को लेकर बहुत समस्या है. बहुत मेहनत करके पाइप खरीदकर लाए है. गांव से एक किलोमीटर की दूरी तक पाइप को लगाया है जहां से झरना निकल रहा है. वहां से गांव में पानी आ रहा है, अभी उसी पानी को पीते है. अभी गर्मी है तो झरना के पानी को पी ले रहे है लेकिन बरसात के दिनों में इस पानी को पीना मुश्किल होगा, हम बीमार हो सकते है. यहां का हैंडपंप पिछले आठ महीना से खराब है. यहां नल जल योजना का क्रियान्वयन होना था, जो अब तक नहीं हो सका है.



 

क्षेत्रीय विधायक का क्या कहना है?

इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रीतम राम का कहना है कि प्रकृति के गोद में सब रहते है, और अपने तरीके से सब उसका उपयोग भी करते है. लेकिन अब जल जीवन मिशन के तहत दूरस्थ जगहों में प्राथमिकता के आधार पर कार्य पूरे हो रहे है और उनको घर घर में पाइप के माध्यम से पानी पहुंचाया जाएगा. शुद्ध पेयजल उपलब्ध रहेगा.