Chhattisgarh News: कहते हैं ना कि बच्चे एक मिट्टी की तरह होते हैं मिट्टी को कुम्हार जिस रूप में ढालता है वह वैसा ही बनता है. उसी तरह बच्चे भी होते हैं. बच्चे को जिस रूप में आप ढालेंगे बच्चा उसी रूप में विकसित होगा. आज के समय में बच्चे के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है शिक्षा. ऐसे में अगर बच्चों को बचपन से ही ज्ञान - विज्ञान की शिक्षा अच्छे से मिले तो वह बड़ा होकर कहीं ना कहीं अच्छा वैज्ञानिक और अच्छे मुकाम तक पहुंच सकता है. छत्तीसगढ़ सरकार ऐसे ही बच्चों का भविष्य बनाने के लिए छत्तीसगढ़ में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए हैं. इस स्कूल में पढ़ने के लिए कोई फीस नहीं देनी पड़ती है. स्कूल की खासियत ऐसी है कि बच्चों को बचपन से ही ब्रह्मांड और विज्ञान की जानकारी डिजिटल तरीके से दी जा रही है.
सीएम भूपेश बघेल को बच्चों ने ग्रहों के पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया
हाल ही में ऐसे ही एक स्वामी आत्मानंद स्कूल जामगांव (एम) के लोकार्पण के मौके पर पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने यहां स्थापित एस्ट्रोलैब भी देखी. यहां पर बच्चों ने मुख्यमंत्री को बताया कि किस तरह से ग्रेविटेशन का प्रभाव अलग-अलग ग्रहों में अलग-अलग पड़ता है. मुख्यमंत्री ने स्वयं इस लैब में विभिन्न ग्रहों के भार को हाथों में लेकर महसूस किया. मुख्यमंत्री ने बच्चों से चर्चा में कहा कि आप लोगों को बहुत सुंदर तरीके से खगोल विज्ञान के बारे में जानकारी दी जा रही है जो बहुत अच्छी बात है. मुख्यमंत्री ने यहां का टेलिस्कोप भी देखा. साथ ही भारत में भारत के अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा और कल्पना चावला आदि के कार्य का डिस्प्ले भी देखा. मुख्यमंत्री स्कूल के फिजिक्स लैब, केमिस्ट्री लैब और बायो लैब में भी गए.
सरकारी स्कूल में स्मार्ट क्लास और डिजिटल तरीके से हो रही है पढ़ाई
यहां पर उन्होंने बच्चों के प्रैक्टिकल भी देखे और उनसे प्रश्न भी पूछे. मुख्यमंत्री ने बच्चों से पूछा कि आपको इस स्कूल में पढ़ाई करके कैसा लग रहा है. बच्चों ने कहा मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. यहां आपने सारी सुविधाएं हमें दी हैं. हमारी टीचर बहुत अच्छे हैं और हमें विशेष तरीके से पढ़ाई कराई जाती है. हमें इस स्मार्ट क्लास ले जाया जाता है वहां पर हम ऑडियो विजुअल कंटेंट के माध्यम से सारी जानकारी हासिल करते हैं और सीखते हैं. मुख्यमंत्री ने ऑडियोविजुअल क्लास भी देखी.
सीएम भूपेश बघेल ने कहीं यह बातें
एक बच्चे प्रदीप चंद्राकर ने ऑडियो विजुअल क्लास के माध्यम से बच्चे को फोटोसिंथेसिस के बारे में बताया. मुख्यमंत्री ने शिक्षकों की तारीफ की और कहा कि इस तरह से पढ़ने और सीखने की प्रक्रिया बच्चों के लिए बहुत आनंददायी हो जाती है. मुख्यमंत्री बच्चों के अभिभावकों से भी मिले अभिभावकों ने कहा कि यहां पढ़ाई नि:शुल्क है. इतनी अच्छी सुविधाएं हैं टीचर बहुत अच्छे से पढ़ाते हैं. हमें अपने बच्चों को यहां भेज कर बहुत अच्छा लग रहा है. मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से भी चर्चा की और उनकी प्रशंसा की.
ये भी पढ़ें: Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में सनसनीखेज मामला, रेप के आरोपी की पुलिस कर रही थी तलाश, जंगल में लटकी मिली लाश