Korea News: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल स्वामी आत्मानंद स्कूलों का संचालन किया जा रहा है, जो उत्कृष्ट स्कूलों में शामिल हैं. वहीं चालू सत्र में ग्राम बुढ़ार में भी हिन्दी व अंग्रेजी माध्यम में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूलों का संचालन किया जा रहा है. यहां संचालित होने वाले सभी स्कूल ऐसे हैं जहां एक महीने बाद भी स्वामी आत्मानंद स्कूल का बोर्ड तक नहीं लग पाया है. इससे आने जाने वाले लोगों को जानकारी ही नहीं है कि, यहां कोई स्वामी आत्मानंद स्कूल भी चलता है. 


गौरतलब है कि जिले का नहीं बल्कि संभाग का एकमात्र स्वामी आत्मानंद स्कूल बुढार में है, जो स्कूल के नाम के बोर्ड के बिना ही चल रहा है. बता दें कि, शासकीय हाई स्कूल बुढार को स्वामी आत्मानंद स्कूल में बदल तो दिया गया है, लेकिन अभी इसके नए भवन निर्माण का काम चल ही रहा है. इसके कारण स्टूडेंट्स की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. वहीं एस स्कूल की प्रिंसिपल कौर से मिली जानकारी के अनुसार, यहां दो शिफ्ट में स्कूल का संचालन किया जा रहा है. पहली शिफ्ट (अंग्रेजी माध्यम) सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक चलती है, जिसमें 1 से 9वीं तक के बच्चे पढ़ते हैं. 


बोर्ड न लगने पर प्रिंसिपल ने क्या कहा?


वहीं सेकेंड शिफ्ट (हिन्दी माध्यम) दोपहर 12:15 से सायं 5 बजे तक चलती है, जिसमें 9वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स पढ़ते हैं. इस स्वामी आत्मानंद स्कूल में भवन में लाखों रुपये खर्च कर निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं, लेकिन काम नियमित रूप से काम नहीं चल रहै है. साथ इससे जुड़े अधिकारी गायब रहते बैं और ठेकेदार के भरोसे काम का चल रहा है. मिली शिकायतों के अनुसार इस संबंध में आत्मानंद स्कूल बुढार की प्रिंसिपल कौर से जब बोर्ड न लगने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी, स्कूल के भवन निर्माण का कार्य चल रहा है, पूरा हो जाएगा तो बोर्ड लगाया जाएगा.



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