छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव की एक बार फिर नाराजगी सामने आई है. राज्योत्सव कार्यक्रम में कांग्रेस के पदाधिकारियों को तवज्जो नहीं देने पर उन्होंने जिला प्रशासन को खरी खोटी सुनाई है. उन्होंने एबीपी न्यूज से बातचीत करते हुए कहा है कि जिला प्रशासन को नासमझ और अपरिपक्व बताया है. उन्होंने कहा है कि मंच पर जूनियर लीडरों को बैठाया गया और कांग्रेस के सीनियर पदाधिकारियों को एड्रेस तक नहीं किया गया. दरअसल छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में राज्योत्सव का कार्यक्रम रखा गया है.


सिंहदेव के विधानसभा क्षेत्र अंबिकापुर में भी आयोजन किया गया है. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े शामिल हुए है. लेकिन मंच में बैठक व्यवस्था को लेकर टी एस सिंहदेव गुट के कांग्रेसियों को तवज्जो नहीं दिया गया है. इस लिए पारसनाथ राजवाड़े और जिला प्रशासन को कांग्रेसियों गुस्से का सामना करना पड़ा. 


 सिंहदेव समर्थक को नहीं मिली मंच में जगह


बताया जा रहा है कि पारसनाथ राजवाड़े अपने समर्थकों को लेकर आए थे. मंच पर उनके समर्थकों को जगह दी गई. प्रशासन ने भी अंबिकापुर के जनप्रतिनिधियों की जगह उनके समर्थकों को मंच में जगह दिया. इससे टी एस सिंहदेव के समर्थक कांग्रेसी नाराज हो गए और नीचे जगह बनाकर बैठ गए. लेकिन जब मंच से सरकार की उपलब्धि गिनाई गई तो क्षेत्र के स्थानीय विधायक टी एस सिंहदेव का नाम एक बार भी नहीं लिया गया. इससे कांग्रेसी बेहद नाराज हो गए और मुख्य अतिथि से सवाल पूछने लगे लेकिन उन्होंने बिना जवाब दिए वहां से निकल गए.


मंच से सीनियर लीडरों को एड्रेस नहीं किया 


इस मामले में टी एस सिंहदेव से एबीपी न्यूज ने बात किया तो उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की नासमझी और अपरिपक्वता है. प्रशासन ने जूनियर लोगों को बैठा दिया. बाकी अन्य सीनियर पदाधिकारी को जगह नहीं दी गई. 20 से 25 कुर्सी लगाई गई थी. इसलिए कुछ पदाधिकारी नाराज है, उनसे बात हुई है. मंच से सीनियर लीडरों को एड्रेस नहीं किया गया है. जिनका प्रोटोकॉल है उनका बनता है. वहीं उन्होंने ये भी बताया कि बाद में जिला प्रशासन ने कुछ लोगों को बैठाया गया है.


रायपुर के ट्राइबल फेस्ट में नहीं दिखे सिंहदेव


रायपुर में देश विदेश के आदिवासी कलाकरों की शानदार परफॉर्मेंस देखने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और कैबिनेट के तमाम मंत्री शामिल हुए. यहां तक विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल तक इस कार्यक्रम में शामिल हुए. लेकिन एक चेहरा इस पूरे कार्यक्रम में नजर नहीं आया वो है, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव. आखिर मंत्री  किस बात पर नाराज हो गए राज्योत्सव में शामिल नहीं हुए.


 राज्योत्सव में नहीं आने की बताई वजह 


इस बारे में एबीपी न्यूज सिंहदेव से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली में हूं, कल हिमाचल प्रदेश जाऊंगा. हिमाचल प्रदेश के डलहौजी में बहन चुनाव लड़ रही है. कई बार उनका संदेश आया था. इसलिए कल हिमाचल प्रदेश जा रहा हूं. राज्योत्सव से कोई दिक्कत नही हैं. बार बार बहन का संदेश आ रहा था इसलिए जा रहा हूं. कैंपेनिंग का भी ज्यादा समय नहीं बचा है. अब 13 नवंबर को चुनाव के बाद वापस लौटूंगा. दिल्ली में भी शीर्ष नेताओं से मिलने का समय मांगा हूं.


पिछले साल भी हुआ था राज्योत्सव का विरोध


गौरतलब है कि पिछले साल भी सरगुजा कांग्रेस संगठन ने नाराजगी जताई थी. 2021 के राज्योत्सव मनेंद्रगढ़ के विधायक डॉ विनय जायसवाल को मुख्य अतिथि बनाया गया है. इस समय कांग्रेस संगठन ने पूरे आयोजन से ही दूरी बना ली थी. इस साल भी जिला प्रशासन की गड़बड़ियों के कारण राज्योत्सव हंगामे को भेंट चढ़ गया है. फिलहाल अब देखना होगा कि इस तरह सार्वजनिक रूप से पार्टी के भीतर ही नाराजगी सामने आ रही है तो इसका क्या परिणाम होता है.