Jashpur News: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आए दिन शराबी शिक्षकों के मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन अब एक स्कूल में पदस्थ महिला प्रधान पाठिका के शराब पीकर स्कूल आने से स्कूली बच्चे और ग्रामीण परेशान हैं. प्रधान पाठिका पिछले 4 दिनों से स्कूल से गायब हैं और प्रधानपाठिका के स्कूल नहीं आने से मध्यान्ह भोजन योजना प्रभावित हो रही है. ग्रामीणों ने प्रधान पाठिका को हटाये जाने की मांग की है.


दरअसल, बगीचा विकासखण्ड के प्राथमिक शाला लोरो की प्रधान पाठिका नीलिमा सुषमा एक्का एक माह पूर्व स्कूल में पदस्थ हुई हैं. उनके स्कूल में पदस्थ होने के बाद से यहां के स्कूली बच्चों की पढ़ाई ठप है. ग्रामीणों का आरोप है प्रधान पाठिका शराब के नशे में स्कूल आती हैं और स्कूल आने के बाद भी वो अध्यापन कार्य नहीं कराती हैं. ग्रामीणों ने ग्राम सभा के दिन प्रधान पाठिका को स्वर, व्यंजन और गिनती लिखने को कहा जिसे प्रधान पाठिका नहीं लिख पाईं. ग्रामीणों का आरोप है कि 26 जनवरी के दिन भी प्रधान पाठिका शराब के नशे में स्कूल पहुंची थीं.


इसके अलावा पिछले 4 दिनों से शिक्षिका बिना किसी सूचना के स्कूल से गायब हैं और स्कूल के अतिरिक्त कक्ष में मध्यान्ह भोजन का राशन रखा था और उस कमरे की चाभी लेकर वो लगातार अनुपस्थित हैं. जिससे मध्यान्ह भोजन प्रभावित है. स्कूल में पदस्थ एक शिक्षक और ग्रामीण मिलकर दाल, चावल बच्चों को खिला रहे हैं. प्रधान पाठिका के खिलाफ ग्रामीणों में जमकर नाराजगी है और उन्होंने इन्हें यहां से हटाने की मांग की है.


वहीं इस मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) का कहना है कि इस शिक्षा सत्र में आधा दर्जन से अधिक शराबी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इनपर भी जांच के बाद कार्रवाई होगी. डीईओ जेके प्रसाद ने कहा कि लोरो के स्कूल में पदस्थ महिला टीचर की शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई करेंगे. इस शैक्षणिक सत्र में जिले में 6-7 शराबी शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है.


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