Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में वायु प्रदूषण की वैश्विक समस्या को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के मोटरयान कर में छूट देने का निर्णय लिया गया और इसके अलावा परिवहन और पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने छत्तीसगढ़ स्टेट इलेक्ट्रिक पॉलिसी बनाने के संबंध में विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए है.
50 हजार रूपये अनुदान दिया जा रहा
राज्य सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहन देने के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. इनमें ई-कार्ट और ई-रिक्शा में पांच वर्षों के लिये मोटरयान कर में छूट प्रदान किया गया हैं. छत्तीसगढ़ राज्य अत्यावसायी, सहकारी वित्त एवं विकास निगम द्वारा बैटरी चलित ई-रिक्शा के लिये ऋण प्रदान किया जाता है. ई-रिक्शा एवं ई-कार्ट वाहनों का फिटनेस, नवीनीकरण तीन वर्षों के लिये किया जा रहा है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निर्माण श्रमिक ई-रिक्शा सहायता योजना लागू की गई है, जिसके तहत छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल द्वारा 50 हजार रूपये अनुदान के रूप में एकमुश्त दिया जा रहा है. इलेक्ट्रिक वाहनों को मोटरयान अधिनियम, 1988 की धारा 66 के अधीन परमिट से छूट भी दी गई है.
इलेक्ट्रिक व्हीकल हब बनाने की कोशिश
पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम के चलते अब इलेक्ट्रिक वाहन नई विकल्प के रूप में सामने आई है. परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ को ’इलेक्ट्रिक व्हीकल हब’ और पर्यावरण प्रदूषण रहित राज्य के रूप में नई पहचान देना है. वायु प्रदूषण में कमी लाने और उर्जा की मांग को ध्यान में रखते हुए सौर उर्जा का उपयोग मुख्य विकल्प के रूप में परिलक्षित हो रही है. छत्तीसगढ़ राज्य में वाहनों के संचालन के लिए पेट्रोल और डीजल का उपयोग किया जा रहा है. जिसकी पूर्ति के लिये अन्य देशों पर निर्भरता बनी हुई है तथा समय के साथ लगातार इसके मूल्यों में वृद्धि हो रही है. ऐसी स्थिति में इलेक्ट्रिक वाहन एक अच्छे विकल्प के रूप में उभरकर आया है.
सोलर एनर्जी से चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे
परिवहन मंत्री अकबर ने छत्तीसगढ़ स्टेट इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के निर्माण के संबंध में कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल पार्क और इलेक्ट्रिक वाहनों के व्यवस्थित चालन और चार्जिंग के लिये चार्जिंग स्टेशन का निर्माण करना भी आवश्यक है. कुछ नगरीय निकायों और कपनियों ने अपने चार्जिग स्टेशन बनाये हैं. इनकी संख्या में और वृद्धि करना आवश्यक होगा. जिससे आमजन को सुगमता से वाहन चार्जिंग की सुविधाए प्राप्त हो सके. छत्तीसगढ़ राज्य अपने भौगोलिक स्थिति के कारण सोलर उर्जा के लिये उत्तम है, जिससे सोलर उर्जा का उपयोग कर वाहनों के चार्जिंग के लिए सोलर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जा सकते है.
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