Tomato Price Hike: छत्तीसगढ़ में 60 फीसदी घटी टमाटर की सप्लाई, थोक मंडी 24 घंटे में 400 रुपये बढ़े इसके भाव
Tomato Price Hike In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में पहले 20 ट्रक टमाटर आते थे, लेकिन अब लेवल 6 से 8 ट्रक ही आ रहे है. सप्लाई कम होने के कारण टमाटर के भाव 100 रुपये के पार हो गए हैं.
Chhattisgarh News: देश भर सब्जियों के भाव अपने अबतक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए हैं. वहीं सब्जियों का राजा माने जाना वाले टमाटर के भाव ने तो महंगाई की एक नई लकीर खींच दी है. आखिर देश में अचानक सब्जियों के दाम इतने क्यों बढ़ गए है? यही समझने के लिए शनिवार सुबह 5 बजे एबीपी न्यूज की टीम छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े थोक सब्जी मंडी डूमरतराई पहुंची. रायपुर (Raipur) के डूमरतराई सब्जी मंडी में देशभर से सब्जियां आती हैं.
सबसे पहले हमने देखा कि कर्नाटक से लाल टमाटर के कई ट्रक खड़े हैं. फुटकर बाजार में सब्जी बेचने वाले व्यापारी छोटी गाड़ियों में सब्जी लेकर जा रहे हैं. रोजाना मंडी में सब्जियों के भाव की नीलामी होती है. शनिवार को भी हुई, लेकिन पहले आप शुक्रवार का भाव जान लीजिए. इससे 24 घंटे में टमाटर के दाम कितने बढ़ गए. इसे समझने में आपको आसानी होगी. दरअसल, शुक्रवार को थोक मंडी में टमाटर 1800 रुपये प्रति कैरेट बिका. वहीं पुटकर बाजार में टमाटर के भाव 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए. अब थोक मंडी में 24 घंटे में प्रति कैरेट में टमाटर के भाव 400 रुपये बढ़ गए हैं.
टमाटर के सप्लाई 60 फीसदी घटी
रायपुर के थोक मंडी में आज (1 जुलाई) सुबह टमाटर का भाव 2200 रुपये कैरेट हो गया है. यानी आज बाजार में टमाटर अपने सबसे ऊंचे भाव पर बिकने वाले हैं. थोक मंडी के अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी का मानना है कि फुटकर बाजार में टमाटर 120 से 150 रुपये तक बिक सकता है. कर्नाटक से टमाटर देशभर में सप्लाई होता है. छत्तीसगढ़ में पहले एक दिन में 20 ट्रक टमाटर आते थे. लेकिन अब रोजाना 6 से 8 ट्रक ही आ रहे हैं. टमाटर की सप्लाई में 60 फीसदी की कमी आई है. इस कारण मंडी में भी औने पौने दाम पर टमाटर की नीलामी हो रही है.
टमाटर के साथ इन सब्जियों के भाव बढ़े
थोक मंडी के अध्यक्ष ने बताया कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली टमाटर के दाम इतने बढ़े हैं. इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भारी बारिश के कारण वहां से टमाटर सप्लाई कम हो गई है. 15 जुलाई तक अभी ये महंगाई लगातार जारी रहने का अनुमान है. जब राज्य के स्थानीय किसानों से टमाटर की सप्लाई होगी, तो भाव कम हो सकते हैं. सिर्फ टमाटर के भाव नहीं बढ़े, बल्कि हरी सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. एक महीने पहले जो फूलगोभी 20 रुपये किलो में बिक रही थी, उसके दाम 50 से 55 रूपये प्रति किलो हो गए हैं. वहीं शिमला मिर्च की बात करें तो एक महीने पहले ये 40 से 50 रुपये किलो में बिक रही थी, लेकिन आज की तारीख में कार्टून में शिमला मिर्च 1600 रुपये हो गई है और किलो में 80 से 90 रुपये की पड़ रही है.
शिमला मिर्च के दाम डबल
यानी एक महीने में शिमला मिर्च के दाम डबल हो गए हैं. वहीं धनिया चार दिन में 20 रुपये महंगा हो चुका है. 80 रुपये किलो में बिकने वाला धनिया थोक बाजार में 100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. इसके अलावा फुटकर बाजार में इसकी कीमत 120 से 140 रुपये हो गई है. इसके साथ अदरक के दाम भी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. थोक मंडी में अदरक 180 रुपये किलो में बिक रहा है. वहीं छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा खाया जाना वाला मुनगा थोक मंडी में 60 रुपये किलो बिक रहा है.
बता दें कि मुनगा सब जगह उपलब्ध रहता है, तो केवल 20 रुपये किलो में बिकता है, लेकिन इसके भाव भी तेजी से बढ़ रहे हैं. फुटकर बाजार में मुनगा 20 रुपये पाव बिक रहा है. परवल की कीमत भी एक दिन में 20 से बढ़कर 50 रुपये किलो हो गई है. करेला भी थोक मंडी में 60 रुपये किलो बिक रहा है. अमूमन थोक मंडी में सभी सब्जियों के दाम किलों में 50 रुपये से ज्यादा है.