(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
यात्रीगण कृपया ध्यान दें! दंतेवाड़ा से किरंदुल तक 3 दिनों के लिए ट्रेनें रहेंगी रद्द, जानें डीटेल
Chhattisgarh Train News: माओवादी संगठनों ने 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी दिवस मनाने का ऐलान किया है. इस मौके पर नक्सलियों ने बंद की धमकी दी है. इससे रेल और सड़क विभाग प्रभावित हुआ है.
Chhattisgarh Railway News Today: माओवादी संगठन हर साल 28 जुलाई से 3 अगस्त तक कथित शहीदी सप्ताह मनाते हैं. इस साल भी माओवादियों के शहीदी सप्ताह को देखते हुए बस्तर पुलिस हाई अलर्ट जारी किया है.
दूसरी तरफ जान माल की सुरक्षा की दृष्टि से ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 31 जुलाई तक दंतेवाड़ा से किरंदुल तक चलने वाली नाइट एक्सप्रेस और पैसेंजर को दंतेवाड़ा तक परिचालन का निर्णय लिया है.
अब अगले 3 दिनों तक किरंदुल से विशाखापट्टनम तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन का संचालन केवल दंतेवाड़ा तक किया जाएगा. रेलवे प्रशासन की तरफ से एहतियात के तौर पर यह निर्णय लिया गया है.
नक्सली सप्ताह के पहले ही जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में दौड़ने वाले यात्री बसें भी नहीं चल रही हैं. इसलिए लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
रेल विभाग ने क्या कहा?
वाल्टेयर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक संदीप कुमार से मिली जानकारी के मुताबिक, केके रेल लाइन में दोहरीकरण और मेंटेनेंस का कार्य चल रहा है, दूसरी तरफ भारी बारिश भी हो रही है. इसलिए विशाखापट्टनम से किरंदुल जाने वाली नाइट एक्सप्रेस 28 से जुलाई 31 जुलाई तक दंतेवाड़ा तक संचालन करने का फैसला लिया गया है.
इसी तरह विशाखापट्टनम से किरंदुल के बीच चलने वाली स्पेशल ट्रेन भी 31 जुलाई तक दंतेवाड़ा तक ही चलेगी. यह दोनों ही ट्रेन दंतेवाड़ा से अपने वापसी समय सारणी के अनुसार लौट जाएंगी. रेल प्रबंधक इस बात से अवगत है कि बस्तर में इन दिनों नक्सली शहीदी सप्ताह मना रहे हैं.
RPF और जिला पुलिस अलर्ट
वह कभी भी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं और अगर ऐसा हुआ तो जान माल की हानि हो सकती है. इसलिए रेलवे ने सतर्कता बरतते हुए एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को दंतेवाड़ा से किरंदुल के बीच नहीं चलाने का निर्णय लिया है. रेलवे पुलिस और जिला पुलिस प्रशासन परिस्थितियों पर नजर रखे हुए है.
सड़क मार्ग भी प्रभावित
नक्सलियों के शहीदी सप्ताह का सड़क परिवहन पर भी असर दिख रहा है. रविवार को जगदलपुर सहित कई जगहों पर साप्ताहिक बाजार था, लेकिन नक्सली शहीदी सप्ताह के चलते अंदरूनी क्षेत्रों की तरफ जाने वाली बसें न तो जगदलपुर से रवाना हुई और ना ही अंदर से कोई बस जगदलपुर लौटी. बताया जा रहा है कि नक्सली शहीदी सप्ताह 3 अगस्त तक चलेगा, इसलिए बस संचालक सावधानी बरत रहे हैं.
जवानों ने किया नक्सली स्मारक ध्वस्त
नक्सलियों के शहीदी सप्ताह के पहले दिन पुलिस ने नक्सलियों का एक स्मारक ध्वस्त कर दिया है. बारसूर थाना इलाके के कौशलनार में जवानों ने इस स्मारक को ध्वस्त कर दिया है. नक्सलियों ने यह स्मारक अपने मारे गए साथियों की याद में बनाया था.
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कौशलनार मंगनार के जंगलों में डीवीसीएम रैंक के नक्सली सक्रिय हैं. DVCM हेमलाल और मुरली के साथ 20 से 25 नक्सलियों के जुटने की सूचना पर पुलिस ने रणनीति तैयार की और डीआरजी के साथ बड़ी संख्या में जवानों को मौके पर भेजा गया.
जवानों को देख भागे नक्सली
पुलिस के आने की भनक लगते ही नक्सली मौके से भाग निकले. इसके बाद आसपास के इलाके में सर्चिंग करने पर जवानों को एक नक्सलियों का स्मारक दिखा. जवानों ने इसे ध्वस्त कर दिया.
नक्सली इस जगह पर शहीदी सप्ताह आयोजन की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस के जवानों ने उनके नापाक मंसूबो पर पानी फेर दिया.
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