Koriya News: छत्तीसगढ़ के झुमका आइलैंड में लगेंगे ट्यूलिप के फूल, 20 किस्म के फूलों का होगा उत्पादन, प्रशासन ने शुरू की तैयारी
झुमका डैम के साढ़े सात एकड़ में आइलैंड है, जिसके ढाई एकड़ भाग में अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच ट्यूलिप, गेंदा समेत 20 प्रकार के फूलों की प्रजाति लगाने का प्रोजेक्ट है.
Chhattisgarh News: ट्यूलिप फूल नीदरलैंड और कश्मीर की घाटियों में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है. फूलों में ट्यूलिप (Tulip) का नाम आता है तो नीदरलैंड और कश्मीर की घाटियों का ख्याल आने लगता है लेकिन बहुत जल्द ही छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया (Koriya) जिले के झुमका डैम (Jhumka Dam) में बने आइलैंड में ट्यूलिप की महक पर्यटकों को लुभाएगी. वैज्ञानिकों ने अपनी रिसर्च से जिले में ट्यूलिप की एक किस्म का सफल प्रयोग कर लिया है. ट्यूलिप के चार किस्म लगाए गए थे जिसमें एक में सफलता मिली है.
इतने एकड़ में है आइलैंड
कोरिया जिला प्रशासन ने इसकी जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर कुलदीप शर्मा की पहल पर झुमका आइलैंड में ट्यूलिप फूल उत्पादन के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया है. आइलैंड में जल्द ही ट्यूलिप के फूलों की सुगंध से पर्यटक आकर्षित होंगें. झुमका डैम के साढ़े सात एकड़ में आइलैंड है, जिसके ढाई एकड़ भाग में अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच ट्यूलिप, गेंदा समेत 20 प्रकार के फूलों की प्रजाति लगाने का प्रोजेक्ट है. आने वाले समय में यह आइलैंड फूलों से गुलजार होगा.
किसानों की बढ़ेगी आय
कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने बताया की आइलैंड के ढाई एकड़ के प्लाट में अभी ट्यूलिप के फूलों के साथ गेंदा और गुलाब के फूल के विभिन्न प्रजातियों के फूलों के उत्पादन की तैयारी है. वहीं आज वाले समय में व्यवसायिक उत्पादन भी जिले के ग्रामीण इलाकों में कराया जाएगा. इससे किसानों की आय में बढ़ेगी. आर्थिक समृद्धि के लिए परंपरागत खेती के साथ इन फूलों की खेती बेहद फायदेमंद साबित होगी. इसके लिए पहले चरण में महिला समूह को आइलैंड में ही केवीके व उद्यानिकी विभाग द्वारा प्रशिक्षण कराया जाएगा.
पर्यटकों के लिए अच्छी सुविधा
गौरतलब है कि कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के रेलवे स्टेशन से पांच किलोमीटर दूर पर झुमका डैम है. ये डैम एकदम समुद्र की तरह दिखता है. जहां तक नजर जाए वहां तक पानी ही नजर आता है. झुमका बांध झुमका नदी पर बना है. इस डैम का निर्माण 1982 में हुआ था. इसका शुभारंभ तात्कालिक मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने किया था. इसे रामानुज प्रताप सिंह के नाम से भी जाना जाता है. यहां पर्यटकों के लिए अच्छी सुविधा है. इस जगह पर परिवार संग अच्छा समय व्यतीत करने के साथ पिकनिक मना सकते है.