Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम, सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी ने जारी किए आंकड़ें
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में अगस्त महीने तक का बेरोजगारी दर 0.4 है, वहीं देश में बेरोजगारी दर 8.3 प्रतिशत है. सीएमआईई द्वारा जारी एक आंकड़ें में यह बात सामने आई है.
Chhattisgarh Unemployment Rate: सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) ने देश में बेरोजगारी दर को लेकर अगस्त महीने का आंकड़े जारी किए हैं. जिनमें लगातार एक बार फिर छत्तीसगढ़ कम बेरोजगारी दर में अन्य राज्यों से पहले नंबर में है. जारी आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में अगस्त महीने तक का बेरोजगारी दर 0.4 है, वहीं देश में बेरोजगारी दर 8.3 प्रतिशत है. पिछले कुछ महीने के आंकड़ों को देखा जाए तो छत्तीसगढ़ राज्य में लगातार बेरोजगारी दर में कमी देखने को मिल रही है.
कम बेरोजगारी दर में छत्तीसगढ़ पहले नंबर पर
सीएमआईई द्वारा जारी किए गए नए आंकड़ों के अनुसार अगस्त में बेरोजगारी दर बिहार में 12.8 प्रतिशत, गोवा में 13.7 प्रतिशत, गुजरात में 2.6 प्रतिशत, हरियाणा में 37.3 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 7.3 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर में 32.8 प्रतिशत, कर्नाटक में 3.5 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में 2.6 प्रतिशत दर्ज की गई है. वही छत्तीसगढ़ में 0.4 प्रतिशत के साथ देश मे सबसे कम बेरोजगारी दर वाला राज्य बन गया है.
इन योजनाओं से फायदा होने का दावा
सरकार का दावा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में सरकार बनते ही अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए कई कार्य किए गए. ऐसी योजनाओं पर जोर दिया जा रहा है. जिससे रोजगार के नए अवसर बन रहे है. पार्टी यह भी दावा करती है कि राज्य कांग्रेस सरकार बनने के बाद से ही कर्ज माफी और समर्थन मूल्य में वृद्धि जैसे योजनाओं से शुरूआत की गई. इसके बाद राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, सुराजी गांव योजना, नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी कार्यक्रम, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन किसान न्याय योजना, नयी औद्योगिक नीति का निर्माण, वन तथा कृषि उपजों के संग्रहण की बेहतर व्यवस्था, उपजों का स्थानीय स्तर पर प्रसंस्करण तथा वैल्यू एडीशन, ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की स्थापना, लघु वनोपजों के संग्रहण दर में वृद्धि तथा 65 तरह के लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीद, तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर में वृद्धि, मछली पालन तथा लाख उत्पादन को कृषि का दर्जा, परंपरागत शिल्पियों, बुनकरों तथा उद्यमियों को प्रोत्साहन, हर जिले में सी-मार्ट की स्थापना जैसे अनेक कदम उठाए गए.
ग्रामीण क्षेत्रों रोजगार के अवसर का दावा
छत्तीसगढ़ में आत्मानंद स्कूल का विस्तार के साथ ही अंग्रेजी माध्यम कॉलेज की भी शुरूआत की जा रही है. सरकार ने कहा है कि गोधन न्याय योजना का विस्तार करते हुए गोमूत्र खरीदने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य बन गया है. खरीदे गए गोमूत्र से भी खाद तथा कीटनाशकों का निर्माण किया जा रहा है. जिससे रोजगार के नये अवसर मिल रहे हैं. सरकार का यह भी दावा है कि गांव-गांव में निर्मित गौठानों को भी ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में उन्नत किया जा रहा है. जहां तेल मिल, दाल मिल, मिनी राइस मिल जैसी प्रोसेसिंग इकाईयां स्थापित की जा रही हैं. गौठानों में विभिन्न उत्पादों का भी निर्माण किया जा रहा है.
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