Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (Bilaspur) में एक सरकारी अस्पताल पर इलाज के लिए मरीजों से पैसे लेने का आरोप लगा है. अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों ने अस्पताल के डॉक्टर और ड्रेसर पर पैसे लेने का आरोप लगाया है. ड्रेसर द्वारा रिश्वत (Bribe) लेने का एक वीडियो भी सामने आया है.


इलाज के बदले डॉक्टर और ट्रेसर ने मांगे पैसे, वीडियो वायरल
यह पूरा मामला बिलासपुर के मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरीब मरीजों के उपचार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में खोले जाते हैं ताकि गरीब मरीजों को मुफ्त में उपचार मिल सके. मगर यहां ऐसा नहीं हो रहा है. इस अस्पताल में मरीजों से इलाज के लिए पैसे लिये जा रहे हैं. अस्पताल के अंदर का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एनआरएचएम पद पर पदस्थ रानी दीक्षित एक मरीज से रुपए लेकर डॉक्टर के दराज में रखते हुए दिख रही हैं. वो डॉक्टर से कह रही हैं सर एक हजार है, देख लीजिए. इसके अलावा अस्पताल में पदस्थ ड्रेसर श्याम रतन भी पैसे लेकर जेब में रखता हुआ दिख रहा है.


 






वीडियो में ड्रेसर से पैसे के लेनदेन की हुई बात
वीडियो में ड्रेसर एक शख्स से ये भी कह रहा है कि मैं 36 साल ये यहां काम कर रहा हूं. तब तुम पैदा ही नहीं हुए होगे. आगे ड्रेसर कहता है कि सब काम तो हम कर रहे हैं. इस पर एक मरीज कहता है हां वो तो MBBS हैं. फिर ड्रेसर जवाब देता है कि हम तो ऑपरेशन भी कर लेते हैं. मैं चकरभाठा का रहने वाला हूं. मरीज और ड्रेसर के बीच हुई ये बातचीत 


मरीज- ठीक है चलता हूं
ड्रेसर (श्याम रतन) - दे दे न।
मरीज- क्या ?
ड्रेसर- मेरे को भी दोगे तब तो बनेगा।
मरीज- आपके भी खर्चा चाहिए !
ड्रेसर- वो बात नहीं है, सब देके जाते हैं।
मरीज- अब आप भी लोगे।
ड्रेसर- हां भाई। 
मरीज – ये लो भैया। 
ड्रेसर- मैं ज्यादा नहीं  मांगता हूं, मेरे पास आते तो 500 में कर देता, इसके बाद मरीज पैसे देकर चले जाता है.


हर इलाज के लिए रेट तय
यहां जो मरीज इलाज कराने आए थे, उनसे भी यहां पैसे लिए जा रहे हैं. ये बात खुद वहां मौजूद मरीजों ने बताई है. उनका कहना है कि हर इलाज के रेट तय है. नाम न छापने की शर्त पर एक मरीज ने बताया कि हाथ में प्लास्टर लगाने के लिए डॉक्टर अनिल कुमार ने उससे 1500 रुपए मांगे थे. कुछ कम करने के लिए कहा तो 1000 रुपए में इलाज किया गया. उसका कहना था कि ऐसे सरकारी अस्पताल में पैसे लिए जाएंगे तो हम कैसे करेंगे, यहां आए दिन यही हो रहा है. वहीं एक महिला भी वहां इलाज कराने पहुंची थी. जब उनसे पूछा गया कि रुपए लिए जाते हैं क्या, तो उसने बताया कि डॉक्टर ने उससे प्लास्टर लगाने के नाम पर हजार रुपए लिए और पट्टी के लिए बाहर मेडिकल दुकान पर भेजा है, जहां 300 रुपए की पट्टी खरीदी है. इस तरह कुल 1500 रुपए उसके खर्च हो गए हैं.


पैसे लेने वाले डॉक्टर ने कही यह बात
इधर, इस मामले में हमने अस्पताल के उसी डॉक्टर से बात की है, जिस पर पैसे लेने के आरोप है. आरोपी डॉक्टर अनिल कुमार, जो यहां चिकित्सा अधिकारी के रूप में काम करते हैं ने कहा कि मैं ना ही किसी से पैसा ले रहा हूं, ना ही दे रहा हूं. कोई पैसा किसी से लिया होगा तो दे रहा है. बाकी लेने देने की कहीं कुछ बात नहीं है. वहीं रानी दीक्षित के पैसे लेने पर उन्होंने कहा कि वो स्टाफ है वो पैसा लेती थी, लेकिन उसने 15 दिन पहले पैसे लिये थे. 


सीएचएमओ ने की बड़ी कार्रवाई
इस मामले में जब बिलासपुर सीएमएचओ अनिल श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पास भी वीडियो आया है जिसकी हम जांच करा रहे हैं. जांच के लिए 5 सदस्य टीम का गठन किया गया है. जांच में जो भी तथ्य आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. इधर जांच टीम ने जांच रिपोर्ट सीएमएचओ को सौंप दी है जिसमें यह पाया गया है कि इस वीडियो में डॉक्टर और ट्रेसर पैसे ले रहे थे जिस पर सीएमएचओ ने डॉक्टर अनिल कुमार को मुख्यालय लाइन अटैच कर दिया है, साथ ही ड्रेसर श्याम रतन पांडे को सस्पेंड कर दिया गया है.


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