Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में ग्रामीणों ने वनों की अवैध कटाई को लेकर अनोखे रूप से विरोध प्रदर्शन किया है. दरअसल, ग्रामीणों ने वन विभाग को नींद से जगाने के लिए अनोखा प्रदर्शन करते हुए सैकड़ों पेड़ों की बलि चढ़ा दी है.


जिले के मूलमुला गांव के आसपास के ग्रामीणों ने हाथों में कुल्हाड़ी लेकर जंगल में सामूहिक रूप से पेड़ों की कटाई कर दी. कटाई को लेकर ग्रामीणों का कहना था कि जब बाहर के लोग अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर जंगल को नुकसान पहुंचा रहे हैं और वन विभाग मौन बैठा है तो क्यों ना हम भी पेड़ों की कटाई कर दें, ताकि इसकी सूचना से सोया हुआ वन विभाग जाग जाए.

बैठक कर पेड़ों की कटाई करने का लिया फैसला
दरअसल, मुलमुला गांव के ग्रामीणों का वन कटाई को लेकर कहना है कि उनके इलाके में जंगलों की लगातार अवैध कटाई हो रही है. दो दिन पहले ही पूरे ग्रामीणों ने बैठकर यह फैसला लिया था कि अगर अवैध कटाई इसी तरह जारी रही तो वनों का विनाश होने से कोई नहीं रोक सकता है, इसलिए ग्रामीणों ने बैठक लेकर यह कदम उठाया, पेड़ों की कटाई को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि जब हमारे द्वारा जंगल में पेड़ों को काटे जाने की खबर फैलेगी तो विभागीय अमला जरूर आएगा. इसलिए गांव की महिलाएं और पुरुष हाथों में कुल्हाड़ी लेकर पेड़ों की कटाई शुरू कर दिए.


Indian Railways Update: रक्षाबंधन के पहले छत्तीसगढ़ में यात्रियों की बढ़ी मुसीबत, रेलवे ने अचानक रद्द की 68 ट्रेने, देखें लिस्ट

हालांकि यह जानकारी मिलते ही मौके पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई, लेकिन उससे पहले ही ग्रामीणों ने सैकड़ों पेड़ों की बलि चढ़ा दी थी. उसके बाद ग्रामीणों को रोका गया. वहीं ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से मांग रखी है कि जिन जगहों पर अवैध कटाई हुई है उन जगहों पर वन विभाग द्वारा पौधारोपण किया जाए और लगातार हो रही अवैध कटाई को रोकने का प्रयास किया जाए, ताकि क्षेत्र के वनों को सुरक्षित रखा जा सके.

फारेस्ट रेंज में बनी है स्टॉफ की कमी, इसलिए हो रही अवैध कटाई
फॉरेस्ट रेंज के अधिकारी डी.एस मिश्रा ने कहा कि उनके रेंज में स्टाफ की कमी बनी हुई है. इस वजह से अवैध कटाई रोकने में दिक्कत हो रही है, लेकिन अब बड़े अफसरों को भी इस विरोध प्रदर्शन को लेकर अवगत करा दिया गया है. अब ग्रामीण जैसा चाहते हैं वैसा ही होगा. वहीं उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर पेड़ों की कटाई की गई है वहां पौधारोपण किया जाएगा. इधर ग्रामीणों द्वारा किए गए इस तरह के प्रदर्शन का यह पूरे बस्तर संभाग में पहला मामला है. हालांकि ग्रामीणों का भी कहना है कि उनके द्वारा पेड़ों की कटाई से काफी नुकसान पहुंचा है, लेकिन अब वे चाहते हैं कि जहां कटाई हुई है वहां विभाग के द्वारा पौधारोपण किया जाए.


Petrol-Diesel Price Today: दिल्ली सहित इन राज्यों के प्रमुख शहरों में आज क्या हैं पेट्रोल-डीजल के ताजा दाम, यहां करें चेक