Vishnu Deo Sai New Cabinet: छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद प्रदेश के छठवें मुख्यमंत्री के रूप में बुधवार को कुनकुरी के विधायक  विष्णुदेव साय रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में शपथ लेंगे. इस शपथ ग्रहण समारोह में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही बीजेपी के तमाम बड़े नेता रायपुर पहुंच रहे हैं. मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के साथ ही आज ही 2 विधायक अरुण साव और विजय शर्मा भी उप मुख्यमंत्री मंत्री पद की शपथ लेंगे.


वहीं, बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद के साथ दो उपमुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल भी आज शपथ ले सकते हैं. हालांकि इस पर अभी भी संशय बना हुआ है ,सभी के निगाहें टिकी हुई है कि आखिर बस्तर संभाग और सरगुजा संभाग से किन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है, खासकर बस्तर संभाग में इस बार 12 विधानसभा सीटों में से 8 विधानसभा सीटों में बीजेपी प्रत्याशियों की जीत हुई है और इन सभी प्रत्याशियों ने कांग्रेस के कद्दावर नेताओं को चुनाव में परास्त किया है, उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार बस्तर से दो या तीन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है ,ऐसे में जानते हैं की किन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की पूरी संभावना बनी हुई है.


दो पूर्व मंत्रियों को फिर से मिल सकती है केबिनेट में जगह 
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर संभाग में 12 विधानसभा सीटों में 11 विधानसभा सीट आदिवासियों के लिए आरक्षित है, इस बार बीजेपी ने चार पूर्व मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारा था, हालांकि इन चार पूर्व मंत्रियों में से बीजापुर में पूर्व मंत्री महेश गागड़ा को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन नारायणपुर से पूर्व मंत्री केदार कश्यप ,कोंडागांव से लता उसेंडी और अन्तागढ़ से विक्रम उसेंडी बड़े मतों के अंतर से चुनाव जीते हैं, अन्तागढ़ के विधायक विक्रम उसेंडी बीजेपी के काफी वरिष्ठ नेता माने जाते हैं, विक्रम उसेंडी सांसद रहने के साथ पूर्व वन मंत्री भी रह चुके हैं.


ऐसे में बस्तर से मंत्रिमंडल में सबसे आगे विक्रम उसेंडी का नाम सामने आया है. इसके अलावा पूरे 12 विधानसभा सीट में बीजेपी ने कोंडागांव से एक महिला  राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेंडी को टिकट दिया. लता उसेंडी बीजेपी शासन काल में दो बार मंत्री रह चुकी हैं और इस बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मंत्री मोहन मरकाम को लता उसेंडी ने भारी मतों के अंतर से चुनाव हराया है, ऐसे में लता उसेंडी का नाम मंत्रिमंडल में शामिल हो सकता है. 


वहीं, इस बार नारायणपुर विधानसभा से भी पूर्व मंत्री केदार कश्यप को चुनावी मैदान में उतारा गया और केदार कश्यप ने भी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और हस्तशिल्प बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप को भारी मतों के अंतर से चुनाव हराया. केदार कश्यप बीजेपी शासन काल में दो बार मंत्री रह चुके हैं, ऐसे में उन्हें भी इस बार कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.


पहली बार चुनाव जीते इन विधायकों की भी चर्चा
इसके अलावा बस्तर के सांसद और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को चित्रकोट विधानसभा से हराने वाले बीजेपी के मंडल अध्यक्ष विनायक गोयल का नाम भी मंत्रिमंडल में सबसे आगे चल रहा है, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विनायक गोयल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के काफी करीबी माने जाते हैं. पीसीसी अध्यक्ष को चुनाव हराने की वजह से विनायक गोयल ने बड़े बीजेपी नेताओं से बधाई लेने के साथ जमकर सुर्खियां बटोरी. ऐसे में माना जा रहा है कि उन्हें भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.


इसके अलावा बस्तर संभाग से एकमात्र सामान्य सीट जगदलपुर विधानसभा से 30 हजार वोट के अंतर से चुनाव जीतने वाले वरिष्ठ बीजेपी नेता किरण देव भी मंत्रिमंडल के दौड़ में शामिल हैं. उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिल पाती है कि नहीं इस पर अभी भी संशय बरकरार हैं. वहीं, केशकाल से बीजेपी विधायक नीलकंठ टेकाम और दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी  का नाम भी मंत्रिमंडल में चर्चा पर है.


हालांकि बताया जा रहा है कि बस्तर संभाग से दो या तीन ही विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है और इसमें आदिवासी चेहरों को जगह मिलने की संभावनाए ज्यादा है, फिलहाल छत्तीसगढ़ के साथ-साथ बस्तर वासियो को भी अब बस्तर संभाग के इन जीते हुए विधायकों में से किन्हें मंत्रीमंडल में शामिल किया  जाता है यह जानने की उत्सुकता है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के साथ ही आज ही मंत्रिमंडल में शामिल विधायक शपथ ले सकते हैं या फिर आने वाले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल में शामिल विधायको के नाम की घोषणा कर सकते हैं.


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