Chhattisgarh News: धर्मांतरण पर नहीं थम रहा बवाल, VHP ने की कठोर कानून बनाने की मांग तो कांग्रेस ने दिया ये करारा जवाब
Narayanpur Conversion Case: विश्व हिंदू परिषद ने मांग की है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन को मिशनरियों की बजाय अपने जनजाति समाज के साथ खड़ा होना चाहिए.
Chhattisgarh Latest News: छत्तीसगढ़ में ईसाई आदिवासी और आदिवासियों के बीच हुए संघर्ष से बवाल बढ़ता ही जा रहा है. यह मामला अब दिल्ली जा पहुंचा है. विश्व हिंदू परिषद ने छत्तीसगढ़ सरकार से धर्मांतरण को रोकने के लिए कानून बनाने की मांग की है. आदिवासियों का अवैध रूप से धर्मांतरण रोकने के लिए राज्य सरकार से कठोर कानून बनाने की मांग की गई है. इसके लिए विश्व हिंदू परिषद की तरफ से बयान जारी किया गया है.
नारायणपुर धर्मांतरण पर वीएचपी की मांग
दरअसल दो दिन पहले नारायणपुर धर्मांतरण पर जमकर विवाद हुआ था. इसमें चर्च में जमकर तोड़फोड़ की गई थी. पुलिस ने हिंसा को रोकने की कोशिश तो ग्रामीण आदिवासियों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया. इस दौरान नारायणपुर जिले के एसपी सदानंद कुमार पर हमला हो गया. एसपी के सिर में चोट लगी इससे वो लहूलुहान हो गए. इसके बाद नारायणपुर के विवाद ने राजनीति रंग ले लिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच जमकर बयानबाजी हुई और पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार किया.
अवैध धर्मांतरण रोकने के लिए कठोर कानून बनाने की मांग
इस मामले ने विश्व हिंदू परिषद ने संज्ञान लिया है. विश्व हिंदू परिषद की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाकों में अवैध रूप से धर्मांतरण किया जा रहा है. जिन राज्यों में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कानून हैं और उनका पालन हो रहा है, वहां की स्थितियां थोड़ी संभली हैं. छत्तीसगढ़ की घटनाओं से अवैध धर्मांतरण रोकने के लिए राज्य में एक कठोर कानून की आवश्यकता फिर से जरूरी हुई है. राज्य में यदि ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरणकारी व जनजाति विरोधी मानसिकता पर समय रहते अंकुश लगा दिया गया होता तो नारायणपुर के भोलेभाले समाज को सड़कों पर नहीं आना पड़ता.
'आदिवासी परंपराओं का अपमान हो रहा है'
विश्व हिंदू परिषद ने यह भी मांग की है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन को मिशनरियों की बजाय, अपने जनजाति समाज के साथ खड़ा होना चाहिए. जिस प्रकार जनजाति समाज की रीति-रिवाजों, परंपराओं, मान्यताओं व देवी देवताओं का अपमान व उपहास इन ईसाई मिशनरियों के द्वारा उड़ाया जा रहा है और जनजाति के अस्तित्व को समाप्त करने के घिनौना प्रयास किए जा रहे हैं, उसे अब और नहीं सहा जाएगा. राज्य सरकार को इस विषय में गंभीरता से त्वरित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है.
कांग्रेस ने कहा- पहले से ही छत्तीसगढ़ में लागू है कानून
वहीं इस मामले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने बयान दिया है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने एबीपी न्यूज को बताया कि अविभाजित मध्यप्रदेश- छत्तीसगढ़ से ही छत्तीसगढ़ में धर्मान्तरण विरोधी कानून लागू है. इसपर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कई बार ये बयान दिया है. उन्होंने कई बार कहा है कि जो भी अवैध रूप से धर्मांतरण कर रहा है. उसके खिलाफ थाने में शिकायत करें उसका नाम बताएं. छत्तीसगढ़ पुलिस इसपर कार्रवाई करेगी.
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