Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में 9 केंद्रीय मंत्रियों (union minister) के दौरे का कार्यक्रम बनाया गया है. गुरुवार को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने महासमुंद (Mahasamund) जिले का दौरा किया. केंद्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वन की स्थिति का अवलोकन किया जा रहा है. केन्द्रीय मंत्रियों के दौरे से छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्रियों के दौरे पर निशाना साधा है.
10 आकांक्षी जिलों का दौरा
दरअसल देश के सभी 125 आकांक्षी जिलों में चल रही केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा की जा रही है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के 10 आकांक्षी जिलों को भी शामिल किया गया है. जहां 9 केंद्रीय मंत्री प्रदेश के दौरे पर आएंगे. इसमें बस्तर संभाग के 7 जिले और महासमुंद, कोरबा के अलावा राजनांदगांव शामिल है. गुरुवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी महासमुंद जिले में योजनाओं की जमीनी हकीकत देखने पहुंचे. इसके बाद अब 18 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया राजनांदगांव जिले के दौरे पर आ रहे है.
भेजी जाएगी रिपोर्ट-डी पुरंदेश्वरी
महासमुंद जिले के दौरे के बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि किसी की निंदा या आलोचना करने नहीं गए थे. यहां जो भी कमियां हैं राज्य सरकार दूर करें. कुछ केंद्रीय योजनाएं सफल हो रही हैं कुछ नहीं हो रही हैं. इस दौरे को लेकर बीजेपी की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने कहा कि फंड का इस्तेमाल नहीं हुआ होगा तो ये रिपोर्ट जरूर गृह मंत्रालय और वित्त मंत्री के पास जाएगी. उसके बाद वे तय करेंगे कौन सा एक्शन लेना है.
राजनीतिक जमीन तलाशने-सीएम
सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्रियों के दौरे पर निशाना साधा है. सीएम ने कहा कि बेहतर सुविधा को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिख चुके हैं. केंद्रीय मंत्रियों के दौरे केवल राजनीतिक जमीन तालशने के लिए हैं. बस्तर के 7 जिले नक्सल प्रभावित जिले हैं आकांक्षी जिले भी हैं. वहां 50 करोड़ हर साल मिलता था पिछले दो साल से बंद कर दिया गया है. जो दे रहे थे उसमे भी कटौती कर दिए अब देखने आ रहे हैं.
UP News: पूर्व सांसद उमाकांत यादव को हाईकोर्ट से बड़ी राहत, गैंगस्टर मामले में मिली जमानत
विधानसभा चुनाव की तैयारी
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के 10 आकांक्षी जिलों में केंद्रीय मंत्रियों को भेजना शुरू कर दिया गया है. छत्तीसगढ़ के 10 आकांक्षी जिलों में 8 नक्सल प्रभावित जिले आते हैं. कहा जा रहा है कि, केंद्रीय मंत्रियों के दौरे से बीजेपी राज्य की कांग्रेस सरकार को 2023 विधानसभा चुनाव के लिए घेरना चाहती है. कहा ये भी जा रहा है 2023 विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी डेढ़ साल पहले से ही तैयारी में जुट गई है.