Chhattisgarh Weather Update: बस्तर संभाग (Bastar Division) सहित छत्तीसगढ़ भीषण शीतलहर (Cold Wave) की चपेट में हैं, इन इलाकों में पिछले कुछ दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. सबसे ज्यादा ठंड बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले (Narayanpur District) में पड़ रही है. मंगलवार को यहां न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. हाड़ कंपा देने वाली ठंड के कारण ग्रामीण इलाकों में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है.


नए साल में ठंड ने बीते 3 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अगले 15 दिनों तक बस्तर संभाग में शीतलहर का सितम जारी रहने की आशंका है. इसके अलावा नारायणपुर, सुकमा जिलों में भी अगले कई दिनों कड़ाके ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. 


नारायणपुर पूरे प्रदेश में रहा सबसे ठंडा
छत्तीसगढ़ के मौसम वैज्ञानी एच.पी चंद्रा ने बताया कि उत्तर से आ रही शुष्क और ठंडी हवाओं के चलते प्रदेश के कई जिलों में शीतलहर के हालात हो गए हैं. खासकर सरगुजा के पेंड्रा रोड और बस्तर संभाग के कई जिलों के न्यूनतम तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है. मंगलवार को नारायणपुर प्रदेश में सबसे ठंडा स्थान रहा है, इस दौरान नारायणपुर में तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. 


उत्तरी हवाओं ने बढ़ाई प्रदेश में ठंडक
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहरी क्षेत्रों में भी कड़ाके की ठंड बढ़ने लगी है, इधर बीते कुछ दिनों से ही रायपुर सहित प्रदेश भर में मौसम शुष्क है. उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं की वजह से सुबह और रात में ठंड बढ़ रही है. ठंडक से बचने के लिए लोग घरों से बाहर कम निकल रहे है. 


ठंड की वजह से लोगों का है बुरा हाल
नारायणपुर के छोटे डोंगर और ओरछा इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ने से यहां कर्फ्यू जैसे हालात हैं, ग्रामीणों की सुबह दोहपर 12 बजे के बाद हो रही है. वहीं शाम के 4 बजते ही शीत लहर की वजह से लोग घर मे दुबक कर रहने को मजबूर हैं. बीते साल के मुकाबले अच्छी बात यह है कि पूरे प्रदेश में ठंड से एक भी मौत नहीं हुई है, लेकिन इस कड़ाके की ठंड से नारायणपुर वासियों का जरूर हालत खराब है.


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