Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है, साथ ही संभाग के चार जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है. पिछले 4 दिनों से बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात का असर अब बस्तर संभाग में देखने को मिल रहा है. घने बादल जाने के साथ रुक-रुक कर बारिश हो रही है. तो वहीं गुरुवार (14 सितंबर) को भारी बारिश होने की चेतावनी मौसम विभाग के अधिकारियों ने दी है. खासकर संभाग के बस्तर, कोंडागांव ,दंतेवाड़ा और सुकमा में भारी बारिश की चेतावनी दी गयी है.

इधर गुरुवार सुबह से ही इसका असर देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग से जानकारी के मुताबिक बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा जिले में ऑरेंज अलर्ट किया गया है, वहीं कांकेर, नारायणपुर और बीजापुर जिले में येलो अलर्ट जारी हुआ है, वहीं अगले 6 दिनों तक घने बादल छाए रहने के साथ ही  हल्की से मध्यम बारिश की पूरी संभावना बस्तर संभाग में बनी हुई है, इस बीच छत्तीसगढ़ के गरियाबंद और अन्य जिले में भी भारी बारिश हो सकती है.

अगले 6 दिनों तक बस्तर संभाग में बारिश की बनी संभावना
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि अगले कुछ घंटे में इस कम दबाव के क्षेत्र और चक्रवात के और प्रबल होकर उड़ीसा व छत्तीसगढ़ की तरफ अगले तीन दिनों में पहुंचने की संभावना है, इसके चलते गुरुवार को अधिकांश जगहों पर मूसलाधार बारिश होने की पूरी संभावना बनी हुई है, जबकि एक दो जगह पर भारी बारिश होने की पूरी संभावना बनी है, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा और बस्तर में अलर्ट जारी किया गया है, और प्रशासन को पहले से ही इसकी सूचना दे दी गई है.

बुधवार को 8 मिलीमीटर दर्ज की गई
मौसम विज्ञानी ने बताया कि अगले 6 दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसे ही बने रहने की पूरी संभावना है, घने बादल छाये रहने के साथ बस्तर संभाग में मूसलाधार बारिश के साथ ही छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी बारिश का असर देखने को मिल सकता है, इधर बुधवार (13 सितंबर) को अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 26.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री रिकार्ड किया गया है, वहीं बुधवार को दिनभर हुई बारिश 8 मिलीमीटर दर्ज की गई,  वहीं गुरुवार को भी भारी बारिश की पूरी संभावना बनी हुई है और सुबह से भी इसका असर देखने को मिल रहा है.

बारिश की वजह से किसानो  की बढ़ी चिंता
इधर पिछले तीन दिनों से बस्तर संभाग के सातों जिलों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है और इससे किसानों को भी अपनी फसलों की चिंता सताने लगी है, हालांकि इस बार बस्तर संभाग में पिछले सालों के मुकाबले काफी कम बारिश दर्ज की गई है, लेकिन अब खेतो में धान की फसल उगने के बाद लगातार हो रही बारिश से किसानों को अपनी फसलों की चिंता सता रही है, इधर बारिश को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट है और एसडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट रहने को कहा गया है.


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